centered image />

चाणक्य नीति -औरत के शरीर के ये अंग बड़े है तो वह भाग्यशाली होती है

0 668
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

ऐसा कहा जाता है कि स्त्री को समझना बहुत ही मुश्किल काम है। ब्रह्मा जी कि नारी एक ऐसी रचना है, जिसे वह स्वयं भी पूरी तरह से समझ नहीं पाए हैं। इसी कारण इस रचना के दोष एवं गुणों का परिमाण लगाना असंभव है। प्राचीन काल से ही कई विद्वानों ने स्त्रियों पर कई ग्रंथ लिखे हैं। लेकिन यह भी उनके स्वभाव का संपूर्ण वर्णन नहीं कर सकते। वैसे तो ऋषि-मुनियों ने स्त्रियों को घर की लक्ष्मी माना है। किसी भी घर का वेभव उस घर में रहने वाली स्त्री के चरित्र एवं उसके श्रंगार से ही समझ में आता है। कहा जाता है कि अगर घर को स्वर्ग बना सकती है उसमें ये भी क्षमता होती है कि पथ भ्रष्ट होने पर नर्क भी बना देती है। शास्त्रों स्त्रियों के कई लक्षणों के बारे में बताया गया। कुछ लक्षण स्त्रियों के चरित्रहीन होने की ओर इशारा करते हैं तो कुछ लक्षण भाग्यशाली होने की ओर इशारा करते हैं। ऐसा ही एक प्राचीन ग्रंथ है समुद्र शास्त्र इस ग्रंथ में मनुष्य के शरीर के अंगो की संरचना के आधार पर उसका स्वभाव एवं उसके भविष्य के बारे में जानने की विधि बताई गई है।

इस ग्रंथ में भाग्यशाली स्त्री के लक्षणों के बारे में बताया गया है। जीन से उस स्त्री के बारे में काफी कुछ जाना जा सकता है। आइए आपको बताते हैं भाग्यशाली स्त्रियों के कुछ लक्षण। पिता के मुख के समान मुख समुद्र शास्त्र के अनुसार अगर किसी पुरुष का मुख उसकी माता के समान हो और किसी स्त्री का मुख उसके पिता के समान हो तो अत्यंत शुभ और सौभाग्यशाली होती है। ऐसी स्त्री कपट से रहित और परिवार को जोड़कर रखने वाली होती है। जीवा लक्षणम जिस स्त्री की जीभ लंबी रंग से लाल और कोमल हो तो वे मधुर वाणी बोलने वाली होती है तथा वो ऐश्वर्य भोगने वाली होती हैं। ऐसी स्त्री के घर में होने से सुख समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। काली जीभ वाली महिला दूर देवी तथा धन हिन मानी जाती है। नासिका लक्षनम जीस स्त्री की नाक लंबी हो और जिस स्त्री के नाक के अगले हिस्से पर मस्सा या तिल हो तो वह अत्यन्त शुभ मानी गई हैं। अगर नाक के अन्य स्थानों पर भी तिल है तो वह भी सुख भोगने वाली मानी गई है अर्थात नाक पर तिल होना अत्यंत शुभ लक्षणों में से एक है। मुख लक्षणम जिन स्त्रियों का मुख्य गोल तथा चमकती हुई नसो वाला हुए, वो ऐश्वर्या भोगने वाली होती है। जिस पुरुष का मुख स्त्री के मुख्य जैसा हो वह संतान हिन होता है। चोकर मुख वाली महिलाएं धूर्त मानी जाती है।

लंबी उंगलियों स्त्रियों की उंगलियां लंबी होना अत्यंत दुर्लभ माना जाता है। जिस स्त्री उंगलिया लंबी होती है। वे स्वयं ऐश्वर्या भोगने वाली होती है। परंतु छोटी उंगली वाली महिलाएं दूसरों के लिए भाग्यशाली मानी जाती है परंतु इनके जीवन में केवल दुख और कष्ट ही मिलता है। कर्ण लक्षणम जिस स्त्री के कान द्वितीय के चंद्रमा के समान हो और जो रूम रहित हो अर्थात कान पर बाल ना हो, वह अत्यंत शुभ और भाग्यशाली मानी गई है। ऐसी महिला आज्ञा धारक तथा विनम्र मानी जाती है। होट के लक्षण जिस स्त्री के हॉट लाल हों और हॉट के ऊपर का मास दलदार हो और मुख गोल हो तो वो श्रेष्ठ फल प्राप्त करने वाली मानी गई है। ऐसी महिलाओं से विवाह करने वाला पुरुष उन्नती करते है। जिस पुरुष के हॉट मोटे हो वे अच्छी चाल चलन वाले होते है। छोटे और पतले होठ वाले पुरुष धोखेबाज और कपटी होते है। लंबे बाल आपने प्राचीन मूर्तियों में और देवियों के चित्रों में एक बात अवश्य गोर की होगी कि सभी देवियों के बाल काले लंबे और घने दिखाए जाते हैं इसका अर्थ यही है कि शुभ शोभाग्य की निशानी है। इसी कारण लंबे बालों वाली महिलाओं को शुभ माना जाता है। पैर का अंगूठा जिस महिला के पैर का अंगूठा ज्यादा लंबा होता है उसे अपने जीवन में बार-बार परेशानी उठानी पड़ती है। लेकिन जिस महीला का अंगूठा चोडा, गोल और लालिमा लिया होता है वह स्त्री भाग्यशाली होती है। नेत्र लक्षणम् जिस स्त्री की आंखें बड़ी, हिरणी के समान और सफेद भाग के अंत में लालिमा लिए होती है। वह बड़ी भाग्यशाली और सुख भोग पाने वाली होती है। गोलाकर एडिया जिस महिला की पैरों की एड़ियां गोलाकार और कोमल होती है वह सारी उम्र सुख सुविधाएं भोगती है। इनके गुणों के कारण परिवार को भी लाभ होता है और उनके आचरण से परिवार भी खुश रहता है।

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.