इन उपाय को अपनी डेली लाइफ में शामिल करके आप किडनी से जुड़े खतरनाक रोग से बच सकते है
आज इंसानों की जवान शैली जिस तरह से चल रही है उनके कई तरह के बुरे परिणामों का नतीजा भुगतना पड़ सकता है, इन्सान अपनी बिजी लाइफ की वजह से वजह से अपने ऊपर कुछ विशेष ध्यान नहीं रख पाते है और बाहर के खाने का ज्यादा मात्रा में सेवन करने लगते है और इन सभी कारणों से हमारे शारीर का एक महत्वपूर्ण अंग किडनी पर ज्यादा असर पड़ता है। आजकल किडनी खराब होने की शिकायतें भी बहुत बढ़ गयी हैं। क्रॉनिक किडनी डिजीज वास्तव में किडनी के फेल होने का मेडिकल नाम है। हमारा शरीर एक अनोखे मशीन की तरह काम करता है, जिसमें हर अंग एक दूसरे से तालमेल बिठाकर काम करता है। किसी तरह की लापरवाही बरतने पर कोई अंग सिस्टम से बाहर चला जाता है और व्यक्ति बीमार महसूस करने लगता है।
कुछ निम्नलिखित उपाय है जिन्हें आपको अपनी जीवनशैली में शामिल कर लेने से आप किडनी सम्बन्धी बीमारी से लड़ भी सकते है और इन गंभीर समस्याओं से बच भी सकते है लेकिन इन सभी उपायों को आप किसी विशेषज्ञ की सलाह से ले सकते हैं।
पहले कुछ डाइट प्लान से शुरुआत करते है:
चेरी
चेरी और क्रैनबेरी को कई तरह से डाइट में शामिल किया जा सकता है। रोज ये फल खाने से यूटीआई की समस्या कम हो जाती है। चेरी और क्रैनबेरी में एंटीऑक्सिडेंट्स होते हैं, जो कई बीमारियों से आपको दूर रखता है।
फलों का जूस
बिना चीनी या नमक वाले ताजे जूस का सेवन करना काफी पौष्टिक होता है। फलों का जूस आपके किडनी को स्वस्थ बनाए रखने में मदद कर सकता है। आप नींबू या संतरे के जूस का सेवन कर सकते हैं इसमें साइट्रिक एसिड होता है जो किडनी की पथरी के विकास को रोकने में आपकी मदद करता है।
पालक एवं हरे पत्तेदार सब्जियां
हरी पत्तेदार सब्जियां कई तरह के विटामिनो से साथ भरी होती हैं। आवश्यक पोषक तत्वों को प्राप्त करने के लिए आप अपने आहार में इन हरी पत्तेदार सब्जियों को जरूर शामिल करें। पालक में एंटीऑक्सिडेंट और आवश्यक विटामिन होते हैं जो किडनी को डिटॉक्स करने में आपकी बहुत मदद करते हैं।
डाइट के बाद आपको कुछ व्यायाम और आसन करने होंगे,
व्यायाम
किडनी का बेहतर तरीके से काम करना शरीर के लिए जरूरी है। इसके क्रिया कलाप में थोड़ी सी भी बाधा आपके मृत्यु का कारण बन सकती है। यौगिक जीवन शैली तथा आहार को संतुलित एवं सात्विक बनाकर किडनी को हमेशा स्वस्थ रखा जा सकता है।जिन्हें किडनी से संबंधित किसी भी प्रकार की बीमारी है, उन्हें योग्य मार्गदर्शन में सूक्ष्म यौगिक व्यायाम का अभ्यास प्रतिदिन करना चाहिए। किन्तु अन्य लोग जो अपनी किडनी तथा अन्य अंगों को स्वस्थ तथा सशक्त बनाना चाहते हैं, उन्हें निम्न आसनों का अभ्यास प्रतिदिन करना चाहिए जैसे- ताड़ासन, पाद हस्तासन, नौकासन, भुजंगासन, त्रिकोनासन आदि।
प्राणायाम
किडनी को स्वस्थ रखने के लिए आपको प्रतिदिन प्राणायाम करना जरुरी है।
किडनी को पूर्णतया स्वस्थ रखने के लिए नाड़ी शोध, उज्जायी, चन्द्रभेदी, तथा ओम प्राणायाम आदि का अभ्यास कारगर साबित होता है। ब्लड प्रेसर आदि की शिकायत न हो तो सरल कपालभाति, अग्निसार तथा उड्डियान बंध आदि का अभ्यास भी किडनी तथा अन्य उदर अंगों को स्वस्थ रखने के लिए उपयोगी है।