बरमूडा ट्राइएंगल – एक ऐसा इलाका जिसे खौफ का दूसरा नाम कहा जाता है
आप सभी ने बरमूडा ट्राइएंगल का नाम जरूर सुना होगा यह वो जगह है जहा से आज तक सबसे अधिक संख्या में शिप और प्लेन गायब हुए है। लेकिन दुनिया में बरमूडा ट्राइएंगल जैसी और भी कई जगह है जहा पर आदमी से लेकर जहाज तक गायब हो चुके है और आज तक उनका कारण समझ नहीं आया है।
सागर के बीच मौजूद एक ऐसा इलाका जिसे खौफ का दूसरा नाम कहा जाता है। रहस्यों से भरा बरमूडा ट्राइएंगल एक बार फिर एक नए रहस्य के साथ उभरा है।
अमेरिकी खुफिया सेटलाइट की ये तस्वीरें बरमूडा ट्रैंगल के रहस्य और रोमांच को और भी बढ़ाती हैं।
इन तस्वीरों की जांच करने वाले वैज्ञानिकों का यही दावा है। यानि 1945 में अमेरिकी फ्लाइट 19 के पाइलट ने बरमूडा ट्राइएंगल ने इन्हीं द्वीपों को देखने की बात की थी।
वैज्ञानिकों के मुताबिक ये अनोखी फोटो हैं। इस तरह की तस्वीरें मिलना आसान नहीं है। लेकिन जब बात बरमूडा ट्राइएंगल की हो तो हर चीज रहस्य से भरी ही होगी।
बरमूडा ट्राइएंगल वह स्थान है, जहां पृथ्वी के अंदर की वैन एलेन रेडिएशन बेल्ट अन्य ग्रहों के सबसे नजदीक होती है। इसके कारण इस क्षेत्र में रेडिएशन की तीव्रता अधिक हो जाती है। इसलिय इसे साउथ अटलांटिक एनोमैली (दक्षिण अटलांटिक विसंगति) भी कहते है। रेडिएशन की यह विसंगति जियोग्राफिक सेंटर, ध्रुवीय क्षेत्र में ग्रहों के चुंबकीय क्षेत्र में पैदा होती है।
स्थित : यह क्षेत्र ब्राजील के तट से करीब 300 किमी दूर स्थित है।
क्षेत्रफल : बरमूडा ट्राइएंगल के क्षेत्रफल को लेकर अलग-अलग मत हैं। इसे 13 लाख वर्ग किमी से लेकर 15 लाख वर्ग किमी तक माना जा रहा है।
घटनाएं : सेटेलाइट और अंतरिक्षण यान की सिस्टम काम करना बंद कर देते हैं।
– हबल टेलिस्कोप वास्तव में बंद कर दिए जाते हैं, जब ये यहां से गुजरते हैं।
– इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन जब इस क्षेत्र में होता है, तो उस समय स्पेसवॉक का शेड्यूल बंद कर दिया जाता है। यह दिन में पांच बार होता है।
– दुनिया में सबसे अधिक विमान लापता होने की घटनाएं इसी क्षेत्र में हुई हैं।
कारण : हालांकि, इस रहस्मयी क्षेत्र में विचित्र प्रभावों के पूरे कारण को अभी तक नहीं जाना जा सका है, लेकिन माना जाता है कि अधिक रेडिएशन यह विसंगति पैदा करता है।