ठंड के सीजन में अजवायन के लाभ ही लाभ, आज ही जानिए
अजवायन में सेहत का राज छिपा है। दादी मां के नुस्खे बिना अजवायन के पूरे नहीं होते। बडे काम की ये छोटी सी चीजें सेहत का बखूबी ध्यान रखती हैं। जिसे तरह इनकी थोडी सी मात्रा अच्छी सेहत के लिए काफी है उसी प्रकार छोटी-छोटी समस्याओं पर समय रहते ध्यान दिया जाएतो वे बडी नहीं होती है। ठंड के सीजन में सर्द से बचने के लिए अजवायन एक सफल औषधि है।
पेट की गैस में दे आराम-:
अजवायन के साथ काला नमक, सौंठ तीनों को मिक्स कारके पीस लें। फिर मिक्स चूर्ण को खाने के बाद फॉकने पर अजीर्ण, अशुद्ध वायु का बनना व ऊपर चढना बंद हो जाएगा।
अजवायन की ताजा पत्ती में प्रचुर मात्रा में पोषक तत्व और विटामिन है। विटामिन सी, विटामिन ए, कैल्शियम और मैगनीज, लोह, और साथ ही युक्त ओमेगा-3 फैटी एसिड का अच्छा स्त्रोत पाया जाता है।अजवायान पीसकर और उसमें खीरे के रस को मिला लें। इस पेस्ट को फेस पर लगाएं, यकीन मानये चेहरे की झाइयों पर लगाने से फायदा होगा।अजवायन को रात में चबाकर गरम पानी पीने से सुबह पेट साफ हो जाता है।अजवायन की पत्ती का दिलकश स्वाद होता है। अजवायन की पत्ती में एंटी बैक्टीरियल गुण है जो संक्रमण से लडने में मदद करता है l
अजवायन का मिश्रण- अजवायन एक तोला, छोटी हरड़ का चूर्ण आधा तोला, सेंधा नमक पाव तोला, हींग पाव तोला का चूर्ण बनाकर रखें और 3-3 ग्राम की मात्रा में जल के साथ लें तो पेट दर्द, जलन, अफरा और मलमूत्र की रूकावट दूर होती है। अजवाय, सोंठ, काली मिर्च तथा छोटी इलायची का समान मात्रा में चूर्ण बनाकर सुबह शाम तीन-चार बार लेने से पाचन प्रिया ठीक होती है और पेट का दर्द भी ठीक होता है। नई अजवायन का एक छटॉक, नीबूं का रस एक छटॉक, पाँचो नमक 2 तोला, इन्हें मिलाकर किसी बरतन में रखकर कपड़े से उसका मुख बन्द कर दें और दिन में धूप में सेंके। सूखने पर उसे 2 से 4 ग्राम लेने से पेट के सभी रोग नष्ट होते हैं।