बेटी को देखने के लिए दया की भीख. डॉक्टर के पिता का छलका दर्द- मुझे पैसा दे रहे थे, सादे कागज पर साइन चाहते थे
कोलकाता के आरजी कर रेप और मर्डर कांड की पीड़िता ‘अभया’ (काल्पनिक नाम) पिता का छलका दर्द के माता-पिता ने पुलिस के रवैये को लेकर पहली बार अपनी पीड़ा को खुलकर जाहिर किया है. अभया के माता-पिता ने कहा कि कोलकाता पुलिस के डीसी नॉर्थ ने मुझे पैसे देने की कोशिश की. हमने मना कर दिया. जबकि इस मामले में डीसी सेंट्रल हर दिन झूठ बोल रहा है. मुझे कौन जवाब देगा. वहीं पीड़िता अभया के चाचा ने कहा कि उन्होंने हमसे सफेद कागज पर दस्तखत करने को कहा, हमने मना कर दिया. हमने कागज फाड़ दिए. कोलकाता के आरजी कर कांड को करीब एक महीने का वक्त गुजर गया है लेकिन इस मामले में अभी कोई ठोस खुलासा नहीं हो पाया है.
आरजी कर अस्पताल की पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि हमारी बेटी इस अस्पताल में खत्म हो गई है. हम चाहते थे कि वह डॉक्टर बने. हमारे पास कई सवाल हैं. सुबह 11 बजे उन्होंने मुझे बताया कि उसने आत्महत्या कर ली है. हमें उसे देखने में 3 घंटे लग गए. हमने पुलिस से उसे देखने के लिए विनती की. उन्हें पोस्टमार्टम करने में देरी क्यों हुई? पीड़िता के पिता ने कहा कि शाम 6.40 से 7 बजे तक मैंने एफआईआर दर्ज की, उन्होंने एफआईआर देर से क्यों दर्ज की? उन्होंने अप्राकृतिक मौत क्यों दर्ज की?
जल्दबाजी में शव जलाना पड़ा
पीड़िता के पिता ने कहा कि हम 12 से 7 बजे तक वहां थे, लेकिन अस्पताल ने हमसे बात नहीं की. उन्होंने हम पर बहुत दबाव बनाया. हम घर वापस चले गए, वहां 400 पुलिस वाले थे. हमें शव जलाना पड़ा. मेरी बेटी मर गई, हमें नहीं पता ये सब किसने किया. पीड़िता के पिता ने कहा कि हम शव रखना चाहते थे. मगर जल्दबाजी में उसे जला दिया गया.
पश्चिम बंगाल में भारी विरोध प्रदर्शन
कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और हत्या के विरोध में कोलकाता समेत पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. बुधवार को पश्चिम बंगाल सरकार के ऑफिसों के घेराव के दौरान पांसकुड़ा और ओंडा में बीजेपी के कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हुई. वहीं, कांग्रेस ने भी इस मामले पर विरोध प्रदर्शन करते हुए जांच में तेजी लाने की मांग की. महिलाओं के खिलाफ ऐसी घटनाओं को रोकने में ‘विफलता’ के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के इस्तीफे की मांग करते हुए बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने पश्चिम मेदिनीपुर जिले के पांसकुड़ा और बांकुड़ा जिले के ओंडा में नारेबाजी की और टायर जलाए.