गज़ब दुनिया: इन जीवों को देखने के बाद आप यही बोलेंगे कि आखिर कहां से आए हैं ये जीव
गज़ब दुनिया: आपने बड़े अजीबो-गरीब जीवो को देखा होगा और उनके बारे में पढ़ा भी होगा। लेकिन जिन अजीबो-गरीब जीवो के बारे में आज हम आपको बताने वाले हैं। ये जीव हमारी पृथ्वी का ही एक हिस्सा है लेकिन इन्हें देखने के बाद लगता नहीं है कि ये पृथ्वी के हैं। बल्कि ये तो किसी और दुनिया के जीव लगते हैं। पृथ्वी पर कई ऐसे भी जीव हैं जिन जीवो के आर-पार देखा जा सकता है। दरअसल ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन जीवों की त्वचा और अंगों के बीच लिपो प्रोटीन फाइबर की काफी ज्यादा कमी होती है। इसी वजह से इन जीवों की त्वचा का कोई भी रंग नहीं रह जाता।
ग्लास स्क्वॉड
इस जीव का नाम ग्लास स्क्वॉड है और ये जीव बिल्कुल एक कांच की बोतल की तरह ही नजर आता है। इस जीव की कई और प्रजातियां हैं जो की पूरी तरह से पारदर्शी होती हैं और अपनी इसी अद्भुत कला की वजह से ये जीव शिकारियों से भी अपने आपको बचा लेते हैं। इसके साथ ही आपको यह भी बता दें कि ग्लास स्क्वॉड दक्षिणी गोलार्ध महासागरों की गहराई में मौजूद होता है। कुछ ऐसे भी ग्लास स्क्वॉड होते हैं जो कि सूर्य की रोशनी में चमकने के कारण दिखाई दे जाते हैं।
ग्लास विंग तितली
आपको बता दें कि ग्लास विंग तितली, जेब्राफिश, ग्लास स्क्वॉड, ग्लास फ्रॉग आदि कई जीव बिल्कुल ऐसे ही होते हैं। तो अब आपको बताते हैं कि ये जीव पृथ्वी पर कहां पाए जाते हैं। शायद यह जानकारी आपके कुछ काम जरूर आ सकती हैं।
ये है ग्लास विंग तितली, ये तितली सेंट्रल अमेरिका और मेक्सिको में सबसे ज्यादा पाई जाती है। इस तितली के पंखों की शिराएं तो दिखाई देती है लेकिन इस तितली के पंख बिल्कुल पारदर्शी होते हैं। अगर ये तितली किसी फूल के ऊपर बैठ जाए तो आप इस तितली को नहीं देख सकते हैं। अपने पारदर्शी शरीर की वजह से ये हर किसी से अपने आपको बचाए रखती हैं।
जेब्राफिश
इसका नाम है जेब्राफिश, आपको बता दें कि जेब्राफिश अंधेरे में काफी चमकती है। इसी वजह से इसे ग्लोफिश भी कहा जाता है। यह मछली पारदर्शी और बहुत ज्यादा मुलायम त्वचा वाली है। इसी वजह से ये मछली वैज्ञानिकों के अध्ययन में बहुत ज्यादा काम आती है।
ग्लास फ्रॉग
इसका नाम है ग्लास फ्रॉग, यह खास तौर पर वेनेजुएला में ही पाया जाता है। ग्लास फ्रॉग उभयचर सेंटोलीडा परिवार से हैं। आपको ये भी बता दें कि यह मध्य और दक्षिण अमेरिका के जंगलों में भी पाया जाता है। इसे पेड़ों पर रहने का ज्यादा शौक है। इसका ऊपरी हिस्सा पीले एवं हरे रंग का होता है।