अनमोल सुविचार / Motivational Thought
- ‘अपनी कमाई का कुछ अंश जरूरतमंदों को देना तथा प्रतिदिन कम से कम भलाई का एक काम करना सुख की सीढ़ी का पहला कदम है।’
- ‘दूसरे को सम्मान देना अपने आपको सम्मानित करना ही है।’
- ‘प्रकृति प्रतिपल शिक्षण देती है। प्रतिपल उसकी ओर खुले रहकर उसके मौन सन्देश को सुनो।’
- ‘मनुष्य को दिन में ऐसा कोई काम नहीं करना चाहिए जिससे रात को चैन से सो न सके और रात में भी कोई ऐसा काम नहीं करना चाहिए जिससे वह दिन में किसी को मुंह न दिखा सके।’
- ‘साधक को कटुवचन, अपमान करने, निन्दा करने, छल-कपट, दुर्व्यवहार, आलस्य, द्वेष आदि दोषों से बचकर रहना चाहिए।
- ‘धर्म और धन में धर्म ही श्रेष्ठ है। कारण, धन तो धर्मपूर्वक कमाया जा सकता है, परंतु धन से धर्म नहीं कमाया जा सकता।’
- ‘दूसरों पर नियन्त्रण करने के लिए अनिवार्य शर्त है स्वयं अपने ऊपर नियन्त्रण पाना।’
- ‘धीर और सहनशील बनो। केवल उतना ही बोलो जितना अनिवार्य है, उससे ज्यादा बिल्कुल नहीं।’
- यथासम्भव कम बोलो, जितना अधिक कर सकते हो, करो।
- तुम जो भी करो, हमेशा सावधानी से करो।
- काम करने के लिए स्थिरता और नियमिता उतनी ही जरूरी है, जितना कौशल।
Motivational Thought in hindi
- ‘तुम ध्यान के द्वारा प्रगति कर सकते हो, लेकिन काम के द्वारा यदि वह ठीक भाव से किया जाए, तुम दस गुनी अधिक प्रगति कर सकते हो।’
- अपने अन्दर और अपने द्वारा चेतना को काम करने दो, सब ठीक हो जाएगा।
- पैसा बहुत कुछ है, पर सब कुछ नहीं है।
- एक छोटी-सी गोली लगने से मनुष्य के शरीर के चिथड़े हो जाते हैं, वैसे ही किसी शब्द या बोल वचन से मनुष्य के दिमाग के बंद कपाट खुल जाते हैं। किसी को नहीं पता अथवा कोई नहीं जानता, कि कब किसी एक शब्द या वाक्य से ही मनुष्य का जीवन ही बदल जाए।
- जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है तथा अभी सीखना बाकी है।
- समाज में रहना बहुत सरल है किंतु समाज के साथ चलना अति कठिन कार्य है।
- घर-परिवार में बड़ा होना अथवा बड़ा भाई होना एक अभिशाप है क्योंकि छोटा हमेशा जिम्मेदारियों से छूट जाता है तथा समाज भी छोटे को गलत होने के बावजूद भी माफ कर देता है।
- मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो हंस सकता है ? मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जिस पर हंसा जा सकता है।
- जिंदगी में सफलता पाने के लिए, असफल होना ही पड़ता है।
- कभी-कभी जिंदगी में की गई, छोटी से छोटी गलती का पश्चाताप जिंदगी भर रहता है।
- अपने द्वारा किये गये फैसले जो कि समय पर गलत साबित होते हैं, मनुष्य अपने आपको मरते दम तक माफ नहीं कर पाता।
- किसी के होठों पर हंसी ला देना ही सबसे बड़ा पुण्य है।