सुनील गावस्कर के बचपन से जुड़ा ऐसा किस्सा जो उन्हें क्रिकेटर बनने से रोक सकता था
जहां वेस्टइंडीज के लंबे कद वाले खतरनाक बॉलर के सामने खेलने से ही बाकी क्रिकेटर डरते थे वहीँ सुनील गावस्कर बिना हेलमेट लगाए ही उस बोलर की धज्जियां उड़ा देते थे गावस्कर की जिद रहती थी कि वह हेलमेट नहीं लगाएंगे इसकी जगह मैं अपनी फेवरेट कैप लगाकर खेलते थे सुनील गावस्कर 10 हजार टेस्ट रन बनाने वाले पहले बैट्समैन है उन्होंने 4 मार्च 1987 को यह मुकाम हासिल किया था हालांकि बाद में सचिन तेंदुलकर राहुल द्रविड़ ने गावस्कर से ज्यादा रन बनाए|
10 जुलाई 1949 को मुंबई में जन्मे सुनील भारतीय क्रिकेट के शुरुआती दौर के स्टार रहे गावस्कर का क्रिकेट करियर जितना चमकदार रहा है उतनी इंटरेस्टिंग उनकी लाइफ रही है आज हम आपको बता रहे है सुनील गावस्कर की लाइफ से जुड़े इंटरेस्टिंग फैक्ट्स|
महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर के साथ भी किस्मत ने गजब का खेल खेला था यदि उनके चाचा ने ध्यान नहीं दिया होता तो आज गावस्कर एक महान क्रिकेटर के रूप में नहीं जाने जाते बल्कि एक मछुआरे होते| सुनील गावस्कर के जन्म के बाद उनके सारे रिश्तेदार हॉस्पिटल में मौजूद थे और उनके चाचा ने उन्हें गोद में लेकर गौर से देखा था अगले दिन जब चाचा दोबारा अपने भतीजे से मिलने आए तो गोद में सुनील को उठाते ही चौक पड़े यह बच्चा नहीं था जिसे उनके चाचा खिला रहे थे इस बच्चे के कान के पास तिल नहीं था जो उन्होंने पहले दिन देखा था|
गावस्कर के चाचा तुरंत हरकत में आए और हॉस्पिटल स्टाफ को इसकी सूचना दी पहले स्टाफ ने कहा कि उन्हें गलतफहमी हुई है पर बाद में जांच की गई तो पता चला कि नर्स ने गलती से गावस्कर को एक मछुआरे की वाइफ के पास सुला दिया था| दवा देते वक्त बच्चा बदल गया था|