मधुमेह रोगियों के लिए वरदान है अमलतास के पत्ते का रस, करें ये मिश्रण..
अमलतास के फायदे : बहुत से लोग मधुमेह से पीड़ित हैं। मधुमेह के रोगियों को मीठा खाने से बचना चाहिए। वहीं, संतुलित आहार लेने और रोजाना व्यायाम करने से शुगर को कंट्रोल में रखा जा सकता है।
इसके अलावा डायबिटीज के मरीज शुगर को कंट्रोल करने के लिए भी आंवले का सेवन कर सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में सब कुछ-
अनुसंधान क्या कहता है?
कई अध्ययनों से पता चला है कि मधुमेह रोगियों के लिए अमलतास किसी वरदान से कम नहीं है। इसमें एंटी-डायबिटिक गुण होते हैं, जो शुगर को कंट्रोल करने में मदद करते हैं।
अमलतास को अंग्रेजी में गोल्डन शावर ट्री कहते हैं। ऐसा कहा जाता है कि स्वर्ण वर्षा वृक्ष के फूलों के बाद वर्षा होती है। यह पेड़ देश के सभी भागों में पाया जाता है।
आजकल घर की शोभा बढ़ाने के लिए गोल्डन शावर ट्री भी लगाया जाता है। अमलतास के फल, पत्ते और फूल सभी सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं। इजेट्स पर प्रकाशित एक शोध अमलतास के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करता है।
इस शोध के अनुसार अमलतास के पत्तों के रस का सेवन करने से शुगर कंट्रोल में रहता है। इसके अलावा अमलतास के फूल के सेवन से कब्ज दूर होती है।
कैसे सेवन करें?
जानकारों के अनुसार अमलतास के पत्तों को पीसकर उसका रस तैयार कर लें। अब रोजाना एक चौथाई कप जूस पिएं। यह शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है। आप चाहें तो चाय बनाकर भी आंवले का सेवन कर सकते हैं। हालांकि, इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए।