डॉक्टरों के बाद अब बाबा रामदेव के निशाने पर ज्योतिषि उद्योग
नई दिल्ली, 2 जून, 2021, बुधवार | एलोपैथिक डॉक्टरों के बाद अब बाबा रामदेव ज्योतिष पर निशाना साध रहे हैं। बाबा रामदावे कहते हैं कि ज्योतिषी चौघड़िया और मुहूर्त के नाम पर लोगों को गुमराह करते हैं जब सभी मुहूर्त भगवान द्वारा बनाए जाते हैं। भारत में 1 लाख करोड़ रुपये का ज्योतिष उद्योग है।
बाबा रामदेव ने आगे कहा कि ज्योतिषी बैठे लोगों का भाग्य उड़ाते हैं। मोदीजी ने कब बंद किए पांच सौ एक हजार के नोट, किसी को पता नहीं चला। किसी ज्योतिषी ने नहीं कहा कि कोरोना आ रहा है। किसी ने नहीं कहा कि उसके बाद काला कवक प्रवेश करेगा।
योग शिविर में साधकों से बात करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना को कोरोनिल से मिलाना है. साथ ही आज वे हिंदी और संस्कृत के वक्ता के रूप में ख्याति प्राप्त कर रहे हैं और इसे देखकर हर कोई कह रहा है कि हिंदी और संस्कृत को पढ़ाया जाना चाहिए। गुरुकुल में पढ़ने वाले ही भविष्य में देश चलाने वाले हैं।
इस बीच, आईएमए उत्तराखंड के सचिव डॉ अजय खन्ना ने दावा किया है कि बाबा रामदेव ने उत्तराखंड की नदियों में पाई जाने वाली मछली की एक प्रजाति पर कोरोनिल दवा का परीक्षण खुद पतंजलि द्वारा एक पत्रिका में प्रकाशित एक शोध पत्र में किया है। मछली पर दवा इंसानों को नहीं दी जा सकी और पतंजलि ने मछली का ठीक से परीक्षण नहीं किया।