एसिडिटी और कब्ज से हैं परेशान? तो करने ये उपाय
एसिडिटी की समस्या खान-पान और खराब लाइफस्टाइल की वजह से इन दिनों लोगों में कब्ज और एसिडिटी की समस्या बढ़ती जा रही है। यदि ये समस्याएं कभी-कभी होती हैं, तो यह कोई बड़ी समस्या नहीं है, लेकिन यदि यह नियमित रूप से होती है, तो इसे एक बड़ा जोखिम माना जाना चाहिए। आज हम आपको इन समस्याओं को दूर करने के कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिससे आप अपने पाचन तंत्र को मजबूत कर सकते हैं। (एसिडिटी की समस्या)
1. लौंग और इलायची के उपाय
सूजन, कब्ज या एसिडिटी होने पर लौंग और इलायची का प्रयोग करना चाहिए। इसमें कार्मिनेटिव गुण होते हैं। इसके इस्तेमाल से आपके एसिड रिफ्लक्स में सुधार होता है। इलायची खाने से पेट की गर्मी कम होती है, जिससे कब्ज दूर होती है।
2. रोज सुबह गर्म पानी पिएं
कहा जाता है कि हल्का गर्म पानी सभी बीमारियों को मारता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इसलिए रोज सुबह उठते ही 2 गिलास गुनगुना पानी पिएं। यह गर्म पानी आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में अद्भुत भूमिका निभाता है। यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और शरीर को हाइड्रेट रखता है। (एसिडिटी की समस्या)
3. पेट दर्द के लिए करें ये योगासन
अगर आप पेट दर्द, जी मिचलाना या बार-बार डकार आने से परेशान हैं तो आपको कुछ योग करना चाहिए। इनमें से सप्त बद्ध कोणासन को सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। इस आसन को रेक्लाइनिंग बाउंड एंगल पोज के नाम से भी जाना जाता है। पाचन संबंधी समस्याओं से निजात पाने के लिए यह आसन काफी फायदेमंद माना जाता है।
4. अदरक सेहत के लिए अच्छा होता है।
पेट को स्वस्थ रखने के लिए आप सौंफ, पुदीने के पत्ते और अदरक के नुस्खे भी ले सकते हैं। थोड़ा पानी लें और उसमें इन तीनों चीजों को उबाल लें। इसके बाद सुबह इसका सेवन करें। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक अदरक में जिंजरोल नाम का खास इंग्रीडिएंट होता है, जो पाचन में मदद करता है। पुदीना और सौंफ भी पेट को साफ रखने में उपयोगी मानी जाती है।
5. मसालेदार और चिकना भोजन से बचें
आपका आहार भी आपके पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
जितना हो सके मसालेदार, मसालेदार या चिकना खाना खाने से बचें। ऐसा खाना खाने से कब्ज, डायरिया, एसिडिटी की समस्या बढ़ जाती है।
आहार में कम मसालेदार सब्जियां, दालें, दूध, दही का सेवन बढ़ाएं।
ये पदार्थ पेट की गर्मी को शांत करते हैं और एसिडिटी को दूर करते हैं।
(अस्वीकरण : हम उपरोक्त लेख में उल्लिखित किसी भी प्रथा, विधियों या दावों का समर्थन नहीं करते हैं।
उन्हें केवल सलाह के रूप में लिया जाना चाहिए। ऐसे किसी भी उपचार/दवा/आहार को लागू करने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।)