centered image />

चीन में मिला एक नया कोरोना वायरस ‘NeoCov’ बहुत ही ज्‍यादा संक्रामक है

0 187
Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now

कोरोना वायरस के सबसे पहले गढ़ चीन के वुहान शहर के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि एक नया कोरोना वायरस ‘NeoCov’ दुनिया में दस्‍तक दे चुका है। यह नया कोरोना वायरस बहुत ही ज्‍यादा संक्रामक है और इससे संक्रमित प्रत्‍येक 3 में से 1 मरीज की मौत हो सकती है। उन्‍होंने कहा कि यह नया कोरोना दक्ष‍िण अफ्रीका में मिला है। हालांकि वैज्ञानिकों ने यह भी कहा कि यह नियोकोव कोरोना वायरस नया नहीं है। राहत की बात यह है कि नया कोरोना वायरस अभी इंसानों में नहीं फैला है।

रूसी न्‍यूज एजेंसी स्‍पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक यह नियोकोव कोरोना वायरस मर्स कोव वायरस से जुड़ा हुआ है। सबसे पहले साल 2012 और 2015 में पश्चिम एशिया के देशों में इसके प्रकोप का पता चला था। यह SARS-CoV-2 की तरह से जिससे इंसानों में कोरोना वायरस का संक्रमण होता है। दक्षिण अफ्रीका में अभी यह निओकोव वायरस चमगादड़ के अंदर देखा गया है और यह अभी केवल पशुओं में ही देखा गया है।

बायोरेक्सिव वेबसाइट में प्रकाशित एक नए अध्ययन से पता चला है कि NeoCoV और इसके सहयोगी PDF-2180-CoV इंसानों को संक्रमित कर सकता है. वुहान विश्‍वविद्यालय और चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस नए कोरोनावायरस को इंसानों की कोशिकाओं को संक्रमित करने के लिए सिर्फ एक म्यूटेशन की जरूरत होती है. स्टडी में यह भी कहा गया है कि इस नए वायरस के कारण अधिक लोगों की मौत हो सकती है.

रूस के वायरोलॉजी व बॉयोटेक्नालॉजी विभाग ने नियोकोव को लेकर जारी किए एक बयान में कहा कि फिलहाल यह नया कोरोनावायरस इंसानों में सक्रिय रूप से फैलने में सक्षम नहीं है. अभी सवाल यह नहीं है कि यह नया वायरस लोगों में फैलता है या नहीं, बल्कि इसकी क्षमता और जोखिम को लेकर जांच करने का है.

बता दें कि पूरी दुनिया अभी कोरोना की तीसरी लहर ओमिक्रॉन और इसके सब-वैरिएंट BA.2 का सामना कर रही है. भारत समेत कई देशों में BA.2 के कई मामले सामने आ रहे हैं. दुनिया के करीब 40 देशों में इसकी पुष्टि हो चुकी है. यूकेएचएसए के अनुसार ओमिक्रॉन की तुलना में यह वैरिएंट काफी तेजी से फैल रहा है. डेनमार्क में भी BA.2 के अधिक मामले सामने आए हैं. डेनमार्क के शोधकर्ताओं ने चिंता जताते हुए कहा है कि इस नए वैरिएंट की वजह से ओमिक्रॉन महामारी के दो अलग-अलग पीक आ सकते हैं. ऐसे में अब ‘NeoCov’ ने लोगों की चिंता को काफी ज्यादा बढ़ा दिया है.

Join Telegram Group Join Now
WhatsApp Group Join Now
Ads
Ads
Leave A Reply

Your email address will not be published.