मुगलो के 5 ऐसे बड़े झूठ जिन्हें आज भी हम लोग सच मानते है!
1.अकबर ने हिन्दू मुस्लिम एकता चालू की थी?
लोगो के अनुसार अकबर ने गंगा जमुना नाम की परम्परा चलायी थी जिसका उद्देश्य हिन्दू मुस्लिम एकता को बढ़ावा देना था और हिन्दू – मुस्लिम को भाई का दर्जा दिया जाना था।इतिहासकारों के अनुसार भारत में हिन्दू मुस्लिम को एक करने के लिए बाबर के आने से पहले से ही अभियान चलाया जा रहा था।भारत में निजामुद्दीन औलिया बाबर के आने से पहले से इस अभियान को चला रहे थे।अकबर ने दो धर्मो को मिलाने का अभियान चालु नही किया था उसने केवल इस हिन्दू मुस्लिम एकता अभियान में अपना सहयोग दिया था।
2.लोगो को मानना है कि मुगलों ने उर्दू भाषाको भारत में लाया!
लोगो का मानना है की भारत में उर्दू बाबर लाया था।लेकिन यह एक झूठ है क्योकि भारत में बाबर के आने से तीन सौ साल पहले से ही भारत के लोग उर्दू बोल रहे थे।जिसे अमीर खुसरो अपने साथ लाये थे।
3.क्या बाबर भारत से प्रेम करता था?
लोगो का मानना है कि बाबर भारत से बहुत प्रेम करता था लेकिन यह सच नही है।बाबर की किताब “तुजुक ए बाबरी” के अनुसार बाबर ने भारत के बारे में यह लिखा था कि भारत एक पिछड़ा हुआ राष्ट्र है यहां के लोगो को रहने का ढंग भी नही और यहा के लोगो में तमीज नही है।
4.मुगलो ने बिरयानी बनाना सिखाया!लोगो के अनुसार बिरयानी को बाबर भारत लाया था, लेकिन बाबर इसे नही लाया था क्योकि बाबर एक तरकिश था और बिरयानी फ़ारसी शब्द है।
5.क्या मुगलो ने खूबसूरत इमारतो का निर्माण किया था?
इतिहास के अनुसार अगर मुगल न आते तो भारत में ताजमहल,लाल किला,आदि खूबसूरत इमारते नही बन पाती, लेकिन सच यह है की साँची का स्तूप,खुजराहो मंदिर,एलोरा,अजन्ता की गुफाए,सोमनाथ मंदिर,स्वर्ण मंदिर यह सब भारतीयों द्वारा निर्मित किया गया है।