5 संकेत से पता चलता है कि आप बुद्धिमान इंसान हो या नहीं
हममें से हर एक व्यक्ति जीवन के किसी क्षेत्र में अधिक बुद्धिमान होता है हर इंसान के पास कुछ ना कुछ गुण है जो उस को बुद्धिमान बनाता है इसलिए हम आपको आज बताएंगे बुद्धिमानी के पांच लक्षण जो आपको बुद्धिमान साबित कर सकते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं।
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5- क्या आप अपने आसपास के लोगों को हंसाते रहते हैं क्या आप हमेशा हंसते रहते हैं।
अपने चुटकुलों से आसपास के लोगों को हंसाते रहते हो जब आपके पास कोई अपनी समस्या लेकर आता है।
तो आप उसे समस्या लेकर उसे उसका हाल दिखाते हैं।
यह आपके बुद्धिमानी की निशानी है 1990 में डॉक्टर “ए माइकल जॉनसन” ने एक अध्ययन प्रकाशित किया जिसमें हंसी और समस्या सुलझाने की कुशलता में सीधा संबंध पाया गया।
4- क्या आप अपने आप में खुश रहते अपने आप में मगन रहने वाले व्यक्ति रविवार को भी किताब और कॉफी के साथ घर में समय बिताना पसंद करते है किताबें इन की सबसे अच्छी दोस्त होती है इसलिए ऐसे लोगों के बारे में सबसे अच्छी बात यह होती है कि वह अपने आप में ही खुश रहना पसंद करते हैं कम उम्र से किताबें पढ़ना व्यक्ति के इंटेलिजेंस को बढ़ाता है।
अपने आप में मगन रहने वाले व्यक्ति बचपन से ही बहुत किताबें पढ़ते हैं।
वह ज्यादा अक्लमंद भी होते हैं।
3- अगर आपका बच्चा दाएं हाथ से नहीं लिख पाता तो आप खुश हो जाइए कि आपके लिए अच्छी खबर है बाएं हाथ से कार्य करने वाले अधिक बुद्धिमान होने का संकेत होता है 90 के दशक के शुरुआती दौर के एक अध्ययन में पाया गया कि बाएं हाथ वाले लोग अपना एक अलग नजरिया रखते हैं।
अलग-अलग वस्तुओं को अर्थपूर्ण बना देते हैं बाएं हाथ वाले रचनात्मक सोच वाले होते हैं।
सार्थक सोच वाले होते हैं जिसकी जरूरत समस्या को हल करने में पढ़ती है।
2- आप हमेशा चिंतित रहते हैं मस्तिष्क तनाव में ज्यादा अलर्ट होता है।
बेहतर decision-making करने की अवस्था में रहता है तनाव चिंता में रहने वाले लोग अक्सर ज्यादा कार्य कुशल।
समस्याओं का बेहतर सामना करने के लिए रहते है।
इसलिए चिंतित रहना भी एक बुद्धिमान होने का संकेत है।
1- पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम जी ने कहा था कि सबसे तेज दिमाग आखरी टेबल पर बैठने वाले के पास होता है। वह बुद्धिमान नहीं है तो आप के नजरिया बिल्कुल गलत पहले बेंच पर बैठने वाला छात्र कक्षा में हर सवाल का जवाब दे सकता है।
यदि आप सोच रहे हैं कि कक्षा में सबसे पीछे बैठने वाला अच्छा स्कोर नहीं कर सकता है।
लेकिन सबसे आखिरी बैठा हुआ छात्र जिंदगी की हर मुसीबत से निपटना जानता है।