रावण के 3 बड़े भयंकर रहस्य, जानने वाले रहेंगे जीवन भर खुश
रावण एक विद्वान पंडित थे। वह अमरता का वरदान पा चुके थे, लेकिन उनको अपने अहंकार के कारण ही अपने प्राण त्यागने पड़े। जब महापंडित रावण मृत्यु के बेहद करीब थे तब भगवान राम ने लक्ष्मण को कहां की रावण एक बहुत ही ज्ञानी पंडित हैं जाओ उनसे कुछ शिक्षा प्राप्त कर लो, तब भगवान राम की बात मानकर लक्ष्मण रावण के पास गए। रावण ने उनको तीन ऐसे रहस्य बताएं जो कि जीवन भर काम आती है और इन तीन बातों को जानकर इंसान जीवन भर अपने जिंदगी सुख समृद्धि से बिता सकता है एवं उसके जीवन में कोई कठिनाई आने का प्रश्न नहीं उठता है। तो आइए जानते हैं की कौन कौन सी थी वह तीन बातें।
मृत अवस्था में महापंडित रावण ने लक्ष्मण को जो पहली बात बताई थी वह यह थी, कि जीवन में कभी भी शुभ कार्य करने में बिल्कुल भी विलंब नहीं करना चाहिए और अशुभ कार्य को जितना हो सके डालते रहना चाहिए। इससे ना केवल आपके जीवन में बल्कि आपके परिवार के जीवन में भी खुशहाली भरी रहेगी।
महापंडित रावण ने जो दूसरी बात बताई थी वह यह थी, कि कभी भी अपने दुश्मन को कमजोर नहीं समझना चाहिए। मैंने भी अपने दुश्मनों को तुच्छ इंसान और वानर समझ के कमजोर जानने की गलती कि और मुझे मृत्यु के हवाले होना पड़ा।
तीसरी और आखरी जो बात महापंडित रावण ने लक्ष्मण को बताई थी वह बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा था, कि कभी भी अपने जीवन का कोई भी राज किसी को भी नहीं बताना चाहिए चाहे वह बड़े से बड़ा हो या छोटा छोटा। मैंने यही गलती कर दी और विभीषण को यह बता दिया कि मेरी नाभि में अमृत है और मेरा प्राण उसमें ही बसा हुआ है और यही मेरी मृत्यु का कारण बना।
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