10 बातें जो आपको अपने भारतीय संविधान के बारे में पता होनी चाहिए
1. भारतीय संविधान दुनिया में सबसे बड़ा है।
इसमें 448 आर्टिकल, 12 अनुसूची और 98 संशोधन है। वही अमेरिकी संविधान सबसे छोटा है
2. भारतीय संविधान को बनाने में करीब 3 सालों का वक्त लगा।
सविधान असेंबली में 284 सदस्य थे, जिसमें 15 महिलाएं थीं। ड्राफ्टिंग कमिटी ने नवंबर 1949 में ड्राफ्ट पेश किया था और उसके बाद इसे पूरा करने में तीन साल और लगे।
3. भारत का संविधान अंग्रेजी और हिंदी भाषा में सुन्दर तरह से लिखा गया था।
इसे टाइप या प्रिंट नहीं किया गया था। इसकी असल कॉपी पार्लियामेंट ऑफ इंडिया की लाइब्रेरी में हीलियम से भरे डिब्बों में सुरक्षित रखी गई है।
4. भारतीय संविधान को उधार वाला बैग कहा जाता है।
भारतीय संविधान ने अपनी कई उक्तियाँ दूसरे संविधान से ली हैं। आजादी, एकभाव और भाईचारा उन्होंने फ्रेंच संविधान से लिया है। पांच साल के प्लान का आईडिया यूएसएसआर से लिया गया और सामाजिक-अर्थव्यवस्था के हक को आयरलैंड से लिया गया। सबसे जरूरी कानून जिसपर सुप्रीम कोर्ट काम करता हैं, को जापान से लिया गया।
5. भारतीय संविधान 26 जनवरी 1950 को लागू हुआ था।
284 सदस्यों ने मिलकर हाथ से लिखे हुए दस्तावेजों को 24 जनवरी 1950 में साइन किया था। इसके दो दिन बाद 26 जनवरी 1950 को पहला गणतंत्र दिवस मनाया गया।
6.हमारा गणतंत्र दिवस 3 दिनों तक मनाया जाता है।
29 जनवरी को ‘बीटिंग द रिट्रीट’ के साथ इसका समापन होता है।
7. भारत का राष्ट्रीय चिन्ह 26 जनवरी 1950 को अंकित किया गया था।
भारत का राष्ट्रीय चिन्ह को अशोका के सारनाथ ऑफ लायंस से लिया गया है।
8. भारतीय संविधान को बनाने में बी आर अंबेडकर का बहुत बड़ा योगदान है।
हमारे संविधान के मुख्य आर्किटेक्चर अंबेडकर थे। उन्ही की वजह से हमारे संविधान में कई आजादी जैसे धर्म की आजादी और छुआछूत से छुटकारा मिला।
9. संविधान के साथ भारत के पहले राष्ट्रपति को नियुक्त किया गया।
संविधान असेंबली ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को भारत के पहले राष्ट्रपति के रूप में 24 जनवरी 1950 को नियुक्त किया।
10. पहले जनरल इलेक्शन 1950 में हुए थे।
1950 से 1952 तक, संविधान असेंबली भारत की अस्थायी पार्लियामेंट के तौर पर काम करती थी। पार्लियामेंट के दोनों हाउस 1952 में बने।
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