थायराइड की बीमारी में क्या खाएं और क्या ना खाएं इस बारें में 10 ज़रूरी बातें
क्या हाइपोथायरायडिज्म से बचने के लिए इन खानों को टालना ज़रूरी है?
अगर आपको थायराइड की बीमारी है तो आप जो खाते है उसका असर आपके शरीर पर पड़ता है। हम आपको ऐसी 10 चीज़ों के बारे में बताते है जो आपके थायराइड के हालात, आपके खाने, पीने के आपके शरीर पर पड़ने वाले असर को बताती है।
1. गोईट्रोजेनिक खाना आपके थायराइड को कम करते है
गोईट्रोजेनिक कुछ खानो में प्राकृतिक ढंग से होता है जो आपके थायराइड गाँठ को बड़ा करता है. इस बड़ी हुई गाँठ को गलकण्ड कहते है। गोईट्रोजेनिक खाने थायराइड के विरुद्ध दवाइओ का काम करते है और यह आपके थायराइड को काम करते है और इसे असामान्य रूप से निष्क्रिय करते है, जिसे हाइपोथायरायडिज्म कहते है. जिन खाने के पदार्थ में गोईट्रोजेनिक मिलता है वह है ब्रोक्कोली, फूल गोभी, बंदगोभी, और सोया के पदार्थ।
अगर आपके थायराइड अंग कार्यात्मक या अर्ध कार्यात्मक है और ह्य्पोथयरॉइड है तो आपको ध्यान रखना होगा की कई आप गोईट्रोजेनिक खाना कच्चा ज़्यादा न खा जाये। अगर आप ह्यपरथैरॉइड है तो आपको अपने डॉक्टर से अपने खाने में गोईट्रोजेनिक खाने को शामिल करने के बारे में पूछना आने चाहिए। अगर आप ह्य्पोथयरॉइड है तो आपको पूरी तरह गोईट्रोजेनिक खाने को टालना नहीं चाहिए। दरअसल पौधों में पाए जाने वाले गोईट्रोजेनिक पदार्थ में मौजूद कीड़वक गर्मी से मर जाते है और आप इन्हे स्टीम करके या पकाकर खा सकते है।
अगर आप ह्यपरथैरॉइड है तो गोइत्रोजन से भरपूर खाना आपके थायराइड को कम कर सकते है और आपकी दवाइयां भी कम हो सकती है।
2. नारियल का तेल थायराइड का उपचार नहीं है
आपने सुना होगा की थायराइड के मरीज़ो के लिए नारियल तेल बताया जाता है। हालाँकि यह आपको मदद देता है लेकिन आपकी बीमारी को ठीक नहीं करता और न ही यह थायराइड हॉर्मोन का प्रतिनिधि होता है। लेकिन अपने खानपान में बाकी फैट और तेल को इस्तेमाल करने की जगह नारियल के तेल का इस्तेमाल कर सकते है।
3. सोया समस्या कर सकता है
सोया गोइत्रोजन का किरदार निभाता है और इसमें आपके थायराइड की दवाई को सोखने की क्षमता होती है. लेकिन ज़्यादा सोया नहीं खाना चाहिए खासकर अगर वह परिवर्तित हो जैसे की सोया शेक, सोया पाउडर, सोया दूध। अगर आपके थायराइड लेवल ठीक नहीं रह रहे है और आपके लक्षणों में कोई कमी नहीं है तो आपको सोया नहीं खाने चाहिए. अगर आप ह्यपरथैरॉइड है है तो आपको अपने डॉक्टर से सोया को अपने खाने में शामिल करने के बारे में बात करने की ज़रुरत नहीं है।
4. थायराइड की दवाइयों में कॉफ़ी बाधा डालती है
आपको कॉफ़ी नहीं पीनी चाहिए। खासकर अगर आपने अपनी थायराइड की हॉर्मोन को कम करने वाली दवाई खायी है तो कम से कम उसके एक घंटे बाद तक आपको कॉफ़ी नहीं पीनी चाहिए क्यूंकि कॉफ़ी समावेश करके आपकी दवाई के असर को कम कर सकती है। अगर आप थायराइड की दवाई के साथ कॉफ़ी पीना चाहते है तो अपने डॉक्टर से लेवोथीरोक्सिने नाम के पेय कैप्सूल तिरोसिन्त के बारे में पूछे। रिसर्च के मुताबिक यह कॉफ़ी से बाधित नहीं होता!
5. अपनी थायराइड की दवाई के साथ आयरन, कैल्शियम और कैल्शियम युक्त जूस ना पीये
आपको कैल्शियम युक्त ऑरेंज और दूसरे कैल्शियम वाले जूस अपनी थायराइड की दवाई के साथ नहीं लेने चाहिए। दवाई लेने के 3 से 5 घंटे पहले या बाद तक कैल्शियम युक्त पदार्थ नहीं लेने चाहिए क्यूंकि इससे आपकी दवाई का असर ख़त्म हो जायेगा।
6. थायराइड मरीजों के लिए आयोडीन दोस्त भी और दुश्मन भी
दुनिया के कई हिस्सों में आयोडीन की कमी को दूर करने के लिए, बौनापन और गर्भवती महिलाओं में मानसिक गतिरोध को दूर करने के लिए नमक का इस्तेमाल किया जाता है। अमरीका में कई लोगों ने अपने खाने में काम नमक का सेवन करना शुरू कर दिया है या फिर लोग नमक कहते ही नहीं है। आज करीब अमरीका की एक चौथाई जनसँख्या में आयोडीन की कमी है। आपके थॉयरॉइड के सही ढंग से काम करने के लिए आयोडीन का सेवन करना आवश्यक है। लेकिन ज़्यादा आयोडीन खाने से आपको थायराइड की बीमारी का रिस्क बढ़ भी सकता है। इसलिए हमेशा सही ढंग से ही नमक का सेवन करें।
7. केलिएक, ग्लूटेन और गेंहू से सावधान रहे
केलिएक बीमारी, गेहू और ग्लूटेन की अनुदारता स्व असंक्रम्य थायराइड के मरीजों के उपसर्गो में खानपान ऑटोइम्म्यूनिटी का कारण बनता है है। अगर आपको केलिएक बीमारी है या फिर आप गेंहू और ग्लूटेन के लिए संवेदनशील है तो आपको ग्लूटेन मुक्त खानपान का सेवन करना चाहिए क्यूंकि इससे आपकी थायराइड की दवाई या तो काम हो जाएगी या फिर बंद हो जाएगी। अगर आपको केलिएक की बीमारी नहीं भी है तब भी आप ग्लूटेन मुक्त खाना अपनाकर अपनी दवाइयों को काम करने के साथ अपने भारीपन को भी काम करके अपनी ऊर्जा पा सकते है।
8. ज़्यादा फाइबर वाले खाने ज़रूरी
ज़्यादातर थायराइड के मरीजों को कब्ज़ और ज़्यादा वजन की शिकायत रहती है। ऐसे में आप खाने से मिलने वाले फाइबर का सेवन ज़्यादा से ज़्यादा करे। अगर आप ज़्यादा फाइबर वाले खाने का सेवन कर रहे है तो आपको अपना थाइरोइड 8-12 हफ्तों में चेक करवाना पड़ेगा ताकि आपकी दवाई की डोज़ उसके अनुसार की जा सके।
9. थोड़ा थोड़ा खाना
आपने सुना होगा की अपना उपापचय बढ़ाने के लिए आपको थोड़ा थोड़ा खाने का सेवन करना चाहिए। लेकिन ऐसा करना उन थायराइड के मरीजों के लिए गलत है जो वजन घटने की कोशिश कर रहे है। आपके लिए थोड़ी थोड़ी देर में खाने के बजाये कम खाना खाना चाहिए ताकि आपका लेप्टिन और इन्सुलिन लेवल सही रहे।
10. ज़्यादा पानी पीये
अपने स्वास्थ्य के लिए जो सबसे बढ़िया चीज़ आप कर सकते है, तो वह है ज़्यादा पानी पीना। पानी आपके उपापचय को सही ढंग से कम करने में मदद करता है और आपके खाने को कम करने में मदद करता है।