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1 फरवरी से शनि की उलटी चाल, संभलकर रहें 6 राशियों के लोग

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शनि की उलट शुरुआत हुई है। शनि का सीधा संचलन शुरू होने में अभी दिन बाकी हैं। इस समय के दौरान छह राशियों पर बुरे प्रभाव की संभावना अधिक होती है। आइए जानते हैं कि शनि के इस अतिरेक से बचने के उपाय क्या हैं।

वृषभ

राशि से आठवें भाव में मार्गी शनि आपके काम में परेशानी के साथ-साथ मन में निराशा ला सकता है। इस समय अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें।

उपाय – पीपल के पेड़ के नीचे सरसों का तेल जलाएं और माता के चरण स्पर्श करें। इसके अलावा नियमित रूप से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करें।

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मिथुन राशि-

राशि से सप्तम भाव में मार्गी शनि व्यापार में वृद्धि के साथ-साथ दांपत्य जीवन में कुछ खराबी पैदा कर सकता है। मिथुन राशि के जातक महाराजा दशरथिकृत नील शनि स्तोत्र का पाठ अवश्य करें।

उपाय- शनिवार के दिन शाम को अपने दाहिने हाथ की मध्यमा उंगली में काले घोड़े की नाल का छल्ला पहनें।

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कर्क-

राशि से छठे घर में मार्गी शनि आपकी समस्याओं को बढ़ा सकते हैं साथ ही इस बीच क्रोध से बचेंI

उपाय- भगवान शिव के मंदिर में तिल का तेल जलाएं और शिवष्टक का पाठ करें। शनिवार के दिन लोहे की कटोरी में सरसों भरकर उसमें अपना चेहरा देखकर छाया दान करें।

कन्या

चतुर्थ भाव में मार्गी शनि जिस राशि के साथ होगा, उसके कारण कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, लेकिन कड़ी मेहनत के बाद, कार्य में सफलता मिलेगी।

उपाय- शनिवार के दिन पीपल के पेड़ की सात परिक्रमा करें और हनुमान जी को गुड़ चढ़ाएं। शनि देव के बीज मंत्र का नियमित जाप करें, ‘ओम प्रियम प्रियां: शनैश्चराय नम:’

धनु-

राशि से चौथे भाव में मार्गी शनि सेहत में कुछ खराबी कर सकता है लेकिन कड़ी मेहनत के बाद- कार्यों में सफलता मिलेगी.

उपाय- शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष की सात प्रदक्षिणा करें और हनुमान जी को गुड़ का भोग लगाएं. शनिदेव के बीज मंत्र ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का नियमित जाप करें.

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मकर-

विदेश यात्रा की मात्रा बढ़ाने के साथ-साथ खर्च भी बढ़ेंगे और जिम्मेदारियों का बोझ पहले से अधिक होगा।

उपाय: ॐ शं शनिश्चराय नमः मंत्र का 108 बार जाप करें और पीपल की सेवा करें।

24 जनवरी को शनि के वक्री होने के बाद इन राशियों पर प्रभाव कम हो सकता है, लेकिन इसके बाद 2020 में शनि के साढ़ेसाती से कई राशियां प्रभावित होंगी। सभी ग्रहों में से शनि की गोचर अवधि सबसे लंबी है, क्योंकि यह ग्रह लगभग ढाई साल में राशि परिवर्तन करता है। इसलिए शनि का गोचर मानव जीवन पर सबसे अधिक प्रभाव डालता है। आइए जानते हैं कि 2020 में शनि के किन राशियों पर असर दिखेगा।

फरवरी महीने में कैसी होगी शनि की चाल

धनु- धनु राशि के लोगों को फरवरी में सावधान रहने की जरूरत है। अगले साल शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव धनु राशि के जातकों पर पड़ेगा।

मकर- अगले साल शनि का गोचर मकर राशि में हो रहा है। फरवरी में, शनि इस राशि में शनि के दूसरे चरण में होगा।

कुंभ- ये महिना कुंभ के लिए भी चिंताजनक हो सकता है। आपके आधे वर्ष के पहले चरण की शुरुआत फरवरी से हो रही है। यह अगले 5 वर्षों के लिए आपकी कुंडली में होने जा रहा है, इसलिए आपको बहते रहने की आवश्यकता है।

यदि आप शनिदेव की कृपा चाहते हैं तो “जय शनिदेव” कमेंट बॉक्स में अवश्य लिखें।

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