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सेहत संबंधी समस्या वाले लोगों को भूल कर भी नहीं करना चाहिए बादाम का सेवन

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बादाम खाना हमारी सेहत के लिए फायदेमंद है। बादाम में विटामिन ई, आहार में फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड और प्रोटीन जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। कुछ का कहना है कि बादाम को उनके अविश्वसनीय पोषक होने के कारण ‘सुपरफूड’ है। बादाम प्रोटीन के अच्छे स्रोत होते हैं।

बादाम में मैंगनीज और पोटेशियम भी पाया जाता है जो हड्डियों को मजबूत करने और रक्त शर्करा को कंट्रोल करने में भी मददगार हो सकते हैं। बादाम रक्तचाप की समस्या वाले लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद हो सकते हैं।

यही वजह है कि कोई बादाम को भिगोकर खाना पसंद करता है तो कोई स्नैक के तौर पर या फिर कोई उसे ड्राई रोस्ट करके। बादाम को सबसे हेल्दी नट्स में से एक माना जाता है। लेकिन बादाम खाने से नुकसान भी हो सकता है शायद यह कम ही लोग जानते होगें।

दरअसल, यह हम सभी जानते है कि लिमिट से ज्यादा अगर किसी चीज का सेवन किया जाए तो वह हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है। इसी तरह बादाम का सेवन भी अगर लिमिट से ज्यादा किया जाए तो कई तरह की शारीरिक परेशानियों से हमें जूझना पड़ता है।

– बादाम में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है और फाइबर हमारे पेट के लिए कितना फायदेमंद होता है यह भी हम जानते है लेकिन अगर बहुत ज्यादा बादाम का सेवन किया जाए तो कब्ज, पेट फूलना या लूज मोशन जैसी परेशानियां हमारे सामने आ जाती है।

दरअसल, अगर हम जरूरत से ज्यादा फाइबर का सेवन करते है तो हमारा शरीर उसे पचा नहीं पाता। जिसकी वजह से यह परेशानी हो जाती है। लेकिन अगर आप फाइबर का इंटेक बढ़ा रहे है तो पानी का सेवन भी भरपूर मात्रा में करे। लेकिन सही तरीका यही है कि हम बादाम का सेवन ज्यादा नहीं करें

– बादाम में विटमिन ई की मात्रा अधिक होती है। आपको बता दे, 100 ग्राम (आधा कप) बादाम में 25 ग्राम तक विटमिन ई होता है और हमारे शरीर को दिन भर में केवल 15 ग्राम विटमिन ई की जरूरत होती है ऐसे में अगर हम 100 ग्राम बादाम का सेवन रोज करते है तो हमारे शरीर में जरूरत से ज्यादा विटमिन ई पहुंच जाता है।

ऐसे में आपको डायरिया की समस्या हो सकती है। इसके साथ ही आपको कमजोरी महसूस हो सकती है या फिर देखने में परेशानी हो सकती है और धुंधला दिखने की समस्या हो सकती है।

– 100 ग्राम बादाम में 2.4 मिलीग्राम मैग्नीज होता है जो आपकी हर दिन की मैग्नीज की जरूरत का अपर लिमिट वाला हिस्सा है। बादाम के अलावा भी कई चीजें हैं जिसमें मैग्नीज होता है जैसे होल ग्रेन, चाय, हरी पत्तेदार सब्जियां आदि।

ऐसे में अगर शरीर में मैग्नीज की मात्रा ज्यादा हो जाए तो ब्लड प्रेशर की दवाई, ऐंटिबायॉटिक्स और लैक्सेटिव्स जैसी दवाइयों का असर कम होने लगता है।

– बादाम में फैट और कैलरी की मात्रा भी अधिक होती है। जिसकी वजह से वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। दरअसल, 100 ग्राम बादाम में करीब 50 ग्राम मोनोसैच्युरेटेड फैट होता है वैसे तो यह फैट हमारे दिल के लिए अच्छा है

लेकिन अगर हमारे लाइफस्टाइल ऐसे है जिसमें हमें कम फिजिकल ऐक्टिविटी करनी पड़ती है ऐसे में यह फैट हमारे शरीर में जमने लगता है जिसकी वजह से वजन बढ़ सकता है।

– बादाम का ज्यादा सेवन करने से ऐलर्जी होने का डर रहता है। जिसकी वजह से उल्टी, चक्कर, लो बीपी और सिरदर्द जैसी दिक्कतें हो सकती है। दरअसल, बादाम में एक तरह का प्रोटीन पाया जाता है जिससे कुछ लोगों को ओरल ऐलर्जी होने का खतरा रहता है। इसमें मुंह में खुजली होना, गले और कंठ में खुजली होना, जीभ, मुंह और होंठ में सूजन होना जैसी दिक्कतें भी हो सकती हैं।

– एफडीए यानी फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन की मानें तो हर दिन एक तिहाई कप यानी करीब 40 ग्राम (10 से 15) से ज्यादा बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए। साथ ही अगर आप बादाम को भिगोकर खाएं तो इसमें मौजूद फाइबर को पचाना भी आसान हो जाएगा और यह आपकी सेहत के लिए ज्यादा फायदेमंद भी साबित होगा।

बादाम को भिगोने से एंजाइम को रिलीज करने में मदद मिलती है जो हमारे पाचन के लिए लाभदायक हो सकते हैं। बादाम भिगोने से एंजाइम लाइपेस निकलता है जो वसा के पाचन के लिए फायदेमंद होता है। भीगा हुआ बादाम हमारे दिल को स्वस्थ रखता है। यह खराब कोलेस्ट्रॉल को बेहतर बना सकता है।

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