लोकसभा में एक मुद्दे पर बहस करते नज़र आये ओवैसी
लोकसभा में 15 जुलाई को राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) को अधिक मजबूत बनाने वाला संशोधन बिल पेश हुआ। चर्चा के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार की तरफ से भाजपा के सांसद सत्यपाल सिंह बोल रहे थे, तभी हंगामा होने लगा। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी तो जैसे पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार को घेरने का मौका मिल गया। वे खड़े होकर जोर-जोर से बोलने लगे। तब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह खड़े होकर ओवैसी से बोले- आपको सुनना ही पड़ेगा। फिर माहौल ऐसा गरमाया कि कुछ तक कार्यवाही शोर-शराबे में डूबी रही।
राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) संशोधित बिल पर जब 15 जुलाई को लोकसभा में चर्चा शुरू हुई तो चर्चा के दौरान मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर और भाजपा सांसद ने सत्यपाल सिंह ने कहा कि आतंकवाद इसलिए फल-फूल रहा है क्योंकि हम उसे राजनीतिक चश्मे से देखते हैं। जबकि हमें उससे मिलकर लड़ना चाहिए। मुंबई ने आतंकवाद को खूब झेला है क्योंकि वहां भी इसे राजनीतिक आईने में देखा गया। हैदराबाद धमाकों में जब पुलिस ने कुछ अल्पसंख्यक समुदाय से आने वाले संदिग्धों को पकड़ा तो सीधे मुख्यमंत्री ने कमिश्नर से कहा कि ऐसा मत कीजिए वरना आपकी नौकरी चली जाएगी।
भाजपा सांसद का इतना कहना था कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के सांसद असदुद्दीन ओवैसी उठ खड़े हुए। और जोर-जोर से बोलने लगे। इस गृह मंत्री अमित शाह ने उनसे कहा कि ओवैसी साहब सुनने की भी ताकत रखिए। जब ए.राजा बोल रहे थे तब आप क्यों नहीं खड़े हुए? ऐसे नहीं चलेगा, आपको सुनना भी पड़ेगा। मैं किसी को डरा नहीं रहा हूं यह बात बात आपके जहन में है तो क्या किया जा सकता है। इसके बाद सदन में हंगामा शुरू हो गया।