फर्श से अर्श तक, जानिए कैसे एक चौकीदार बन गया बॉलीवुड का दमदार अभिनेता
मुजफ्फरनगर के छोटे से गांव में जन्मे नवाजुद्दीन सिद्दीकी में अपने अभिनय के दम पर बॉलीवुड में जो मुकाम हासिल किया वह हर किसी को नसीब नहीं होता,
उत्तर प्रदेश में 8 भाई बहनों के साथ रहने वाले नवाजुद्दीन सिद्दीकी की परवरिश एक किसान परिवार में हुई. नवाजुद्दीन सिद्दीकी के पिताजी किसानी करते थे जिस से हुई आमदनी से उनके घर का खर्चा भी सही से नहीं चल पाता था. लेकिन उन्होंने अपने बच्चों की पढ़ाई लिखाई में कोई कसर नहीं छोड़ी .
नवाज ने गुरुकुल कांगड़ी यूनिवर्सिटी से साइंस में ग्रेजुएशन किया है नवाज के मन में अभिनेता बनने की ख्वाहिश थी लेकिन साधारण से दिखने वाले नवाजुद्दीन जब भी अपने दोस्तों के सामने अपने मन की बात करते तो वह लोग उनका मजाक उड़ाते थे कहते थे यार तू तो काला कलूठा है तुझे कौन अपनी फिल्म में रखेगा, लेकिन इन सब बातों से नवाजुद्दीन पर कोई फर्क नहीं पड़ा.
वह अभिनेता बनने के लिए मुंबई जाना चाहते थे लेकिन मुंबई जाने के लिए उनके पास ना तो खर्च के लिए पैसे थे और ना ही उनकी मुंबई में कोई जान पहचान थी इसीलिए वह दिल्ली आ गए और उन्होंने दिल्ली में एक थिएटर ज्वाइन कर लिया और अपना खर्चा चलाने के लिए पहले एक दवा की दुकान में काम किया और फिर नोएडा में सिक्योरिटी गार्ड का काम किया.
रात में ड्यूटी जाते थे और दिन में थिएटर जाते थे थिएटर ज्वाइन करने के बाद उन्हें यहां मनोज बाजपेई और सौरभ शुक्ला जैसे कलाकारों के साथ काम करने का मौका मिला, इसके बाद वह हीरो बनने की चाह में मुंबई चले आए कई ऑडिशन में रिजेक्ट कर दिए गए, फिर भी नवाजुद्दीन ने हार नहीं मानी और फिल्मों में छोटा-मोटा रोल पाकर अपना गुजारा करने लग गए.
नवाजुद्दीन की किस्मत का सितारा तब चमका जब 2010 में उनकी फिल्म पीपली लाइव रिलीज हुई इस फिल्म में नवाजुद्दीन फिल्म मेकर्स की नजर में आ गए और इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. और आज उनकी गिनती बॉलीवुड के टॉप अभिनेताओं में होती है.