कॉल सेंटर में लोग ज्यादा देर तक क्यों नही टिक पातें , क्यूँ है इतनी मुश्किल यह जॉब
वैसे तो कॉल सेंटर की नॉकरी काफी तनावपूर्ण और मुश्किल भरी होती है। क्योंकि वहाँ पर आप सिर्फ उन लोगों के साथ डील करते हैं जो कंपनी की सुविधा से नाख़ुश हैं या कोई परेशानी है।
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अगर कस्टमर को सब कुछ अच्छा लगता है तब तो कॉल नहीं लगा सकता न, थैंक यू बोलने को कॉल लगाए । ऊपर से लगातार सैकड़ों कॉल रोज सुनना। लगातार हेडफोन लगाने से हुए दर्द को महसूस करना। लगातार बैठने से शरीर की स्फूर्ति भी कम हो जाती है। अगर आप व्यायाम या योग न करें तो पेट निकलने लगता है।
लेकिन इसी बीच कुछ पहलू ऐसे भी हैं जो दूसरी नोकरी में आपको नहीं मिलेंगे।
बेरोजगार व्यक्तियों के लिए वरदान
जिन्हें कहीं नोकरी नहीं मिलती उनका सहारा बनता है कॉल सेंटरयहाँ लगभग हमेशा हायरिंग चलती रहती हैलोगों का आना जाना बना रहता है
ऑफिस देरी पर पहुंचने पर सैलरी नहीं कटती
यहाँ आपको अपनी शिफ़्ट के धंटे पूरे करने होते हैं अगर देर से पहुँचे हो तो उतना ही देर से ऑफिस से जाना होगा, लेकिन यह सुविधा अक्सर वहीँ है जहाँ 24×7 प्रोसेस है
वातानुकूलित माहौल का आनंद
बाहर चाहे गर्मी हो या सर्दी आपको अंदर बैठकर AC का लुत्फ़ उठाना है,वो अलग बात है की कस्टमर्स का तनाव लुत्फ़ उठाने नहीं देता।
यहाँ किसी को किसी से मतलब नहीं
आप लॉगिन कीजिये, कॉल सुनिए, शाम को लॉगआउट कीजिये और घर जाइये किसी को आपसे कोई लेना देना नहीं है।मन हो तो अपने पडोसी से बीच-बीच में बातें कर सकते हो।
घर से ऑफिस तक कैब की व्यवस्था
अगर आपका कॉल सेंटर 24×7 रहता है तो उसमे कुछ शिफ्ट लेट नाईट लगी होती हैं और अक्सर उन लोगों को घर से ऑफिस तक कैब की व्यवस्था प्रदान की जाती है।सार्वजनिक रूप से सिगरेट के सुट्टे लगा सकते हैं
इस के अलावा नीचे कुछ वजहों से कॉल सेंटर में कोई भी 1 से 2 महीने कॉल सेंटर में टिक नही पाता है: ।
1 जब दुनिया सो रही होती है तब कॉल सेंटर वाले जाग रहे होते हैं और जब दुनिया जग रही होती है तो ये लोग सो रहे होते हैं।
2 भविष्य की कोई ठोस गारंटी नहीं क्योंकि कोई खास कौशल इसमें चाहिए नहीं होता। बस कुछ भाषाओ का ज्ञान होना चाहिए। जैसे अंतरराष्ट्रिय कॉल सेंटर में नौकरी के लिए अङ्ग्रेज़ी आनी चाहिए और बाकी कॉल सेंटर जिन्हें डोमेस्टिक कॉल सेंटर कहा जाता है वहाँ आपको हिन्दी या फिर कोई अन्य भारतीय भाषा आनी चाहिए, बस!
3 कॉल सेंटर में आपको कॉलिंग या फिर चेट इन दोनों में से किसी माध्यम से ग्राहको से बात करनी होती है। अक्सर ऐसे ग्राहक मिल जाएंगे जिनसे बात करके आपका भेजा फ्राई हो जाएगा और कभी कभी ऐसे मिल जाएंगे जो गाली गलौज करने से भी बाज नहीं आएंगे। इन सब में सबसे खराब पक्ष ये है की आप उस ग्राहक को कुछ नहीं बोल सकते और आपको अपनी नौकरी बचाने के लिए चुप चाप गाली सुननी पड़ती है, नहीं तो नौकरी गयी। इस तरह ऐसा महसूस होगा की आपका आत्म सम्मान कहीं मर गया है।
4 ये सच है की कॉल सेंटर में सैलरी अच्छी मिलती है और ग्लेमर भी भरपूर देखने को मिलता है पर सैलरी हर जगह अच्छी नहीं हैं। अन्तराष्ट्रिय कॉल सेंटर में डोमेस्टिक से ज्यादा सैलरी होती है। कम उम्र के लड़के लड़कियां, आने जाने के लिए एसी गाड़ी, दो दिन की छुट्टी, ऑफिस में अच्छा खाना और पार्टियां ये सब यहाँ मिलता है, जो नए नए लड़के लड़कियों के लिए आकर्षित करता है।
5 ये डाउन मार्केट जॉब्स में आती है, जहां सैलरी कम होती जा रही है और मेहनत ज्यादा इसलिए भी भविष्य इतना सुरक्शित नहीं। कॉल सेंटर को काम देने वाली कंपनियाँ अब अपना काम चाइना और फिलीपीन्स जैसे देशो को आउट सोर्स कर रही हैं, इसकी वजह वहाँ भारत से भी सस्ता लेबर होना है।
6 चूंकि कॉल सेंटर में अक्सर जवान लड़के लड़कियां ही काम करते हैं पर इनमें कुछ ऐसे होते हैं जो अपनी पढ़ाई या बिज़नस के लिए पैसा इकट्ठा करने के लिए ये काम करते हैं।इसके अलावा कई युवा होते हैं जिन्हें उस फील्ड में जॉब नहीं मिलती जिसकी उन्होने पढ़ाई की है तो वे कॉल सेंटर ही जॉइन कर लेते हैं ताकि उनका खर्चा चल सके।