अंजीर बहुत कम लोग खाते है लेकिन यह फल है शरीर के लिए बहुत फायदेमंद , जानें यहाँ
अंजीर फल भारत के कर्नाटक, गुजरात, जमू काश्मीर, उत्तर-प्रदेश और महाराष्ट्र इन राज्यों में उगाया जाता है. अंजीर का पेड 4.5 या 5.7 मिटर उचा होता है. अंजीर गर्म प्रकृति का होता है अंजीर के सेवन से मन शांत रहता है. इस लिये अंजीर का सेवन छोटो से लेकर बढोतक सभी करे इसका फायदा सभी को समान मिलेगा.
दमा यह रोग छाती में कफ भरणे से होता है इन्सान को खासते समय दम लगता है. अगर इससे बचना चाहते है तो अंजीर खाना लाभदायक है. हररोज 2 सुखे अंजीर के तुकडे शाम को दुध में गर्म करके खाने से कफ की मात्रा कम होती है और शरीर में नई शक्ती प्रधान होती है. दमा जैसी बिमारी कुच्छ ही दिनो में मिटजाती है.
अगर किसी के दात में दर्द होने लगता है एैसे समय कच्चे अंजीर को तोड के उससे निकलने वाले दुध को दात पर लगाने से दात दुखना बंद हो जाता है. साथ ही मसुडो के अंदर के किडे नष्ट होते है और दात दुखना बंद होता है.
अगर कोई बालक दुर्लभ स्थिती का है. एैसे बालक को ताकतवर बनाने के लिये कुच्छ एैसा उपाय है 2 सुखे अंजीर के तुकडे 2 बादाम, 1 इलायची, थोडा केशर, पिस्ता, चीरोजी, मिश्री इनसभी का मिश्रण एक साथ एक कफ गाय के दुध में ये सभी चीजे गर्म करके एक हप्ते दुर्लभ बालक को पिलाने से उसकी दुर्लभता दूर होगी और बालक बलवान बनेगा.
सिरदर्द से अगर कोई वेक्ती परेशान है. एैसे वैक्ती के सर पर अंजीर की पेड की छाल पानी में उगाल कर माथे पर लगाने से सिरदर्द तुरंत ठीक हो सकता है. अगर किसी के माथेपर सिरपर फोडे और गाठो पर सुखे अंजीर या हरे अंजीर को पीस कर उसका लेप गुनगुना बनाकर फोडे और गाठो पर लगाने से सुजन और फोडे ठीक होते है.