सुशांत जीना नहीं चाहते थे, सामने आया डॉ. करसी चावड़ा का चौंकाने वाला जवाब
सुशांत सिंह की आत्महत्या (Sushant Singh‘s suicide Case) का मामला फिलहाल कई चौंकाने वाले खुलासे कर रहा है। इस बीच, सुशांत के डॉक्टर डॉ. करसी चावड़ा और सुजान वॉकर आगे आए हैं। सुशांत का कहना है कि वह सो नहीं सकता, उसे किसी चीज में दिलचस्पी नहीं थी, उसे भूखा लगती थी। उसे जीवन से कोई मतलब नहीं था और लगातार डर रहा था। करसी चावड़ा को सुशांत ने बताया था।
जिस डॉक्टर ने अंतिम समय में सुशांत का इलाज किया। उस डॉक्टर के जवाब सामने आ गए हैं। इनमें से, डॉ करसी चावड़ा जिन्होंने सुशांत का इलाज किया था। साथ ही, हिंदुजा अस्पताल में जिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती किया था, उनका कहना है कि, ‘जब उन्हें 27 नवंबर, 2019 को सुशांत को भर्ती कराया गया, तो वह सो नहीं सके, उन्हें जीवन में किसी भी चीज में कोई दिलचस्पी नहीं थी, उन्हें भूख नहीं थी। उसने यह भावना व्यक्त की थी कि उसे जीवन से कोई मतलब नहीं था और वह लगातार डरता था।
फिर उसका इलाज किया गया। वह दिसंबर 2019 और जनवरी 2020 में ठीक हो गया था। ठीक होने के बाद, सुशांत ने ड्रग्स लेना बंद कर दिया और धीरे-धीरे लॉकडाउन के दौरान और उदास हो गया। इन सबने उसे बीमार कर दिया और उसने आत्महत्या कर ली। ‘ यानी सुशांत ने ड्रग्स लेना बंद कर दिया था, जिसे अब डॉक्टरों ने मान लिया है।
सुशांत के दूसरे डॉक्टर वाकर का कहना है कि सुशांत 20 साल की उम्र से डिप्रेशन और चिंता से जूझ रहे थे। वह अपनी माँ के जाने के बाद अकेला रह गया था। वह बाइपोलर बीमारी से पीड़ित थे। इस बीमारी के कारण उन्होंने आत्महत्या कर ली।
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