शोध के लिए दान किया शरीर
बहराइच। सलारपुर निवासी गल्ला व्यापारी ने मानव कल्याण और चिकित्सा शोध के लिए देहदान करने की बात कही। गुरुवार को वरिष्ठ गल्ला व्यापारी का निधन हो गया। जिस पर परिवार के लोगों ने मृत शरीर को मेडिकल कॉलेज के सुपुर्द कर दिया है। अब चिकित्सक मृत शरीर पर शोध करेंगे।
देहदान के लिए मेडिकल कॉलेज पहुंचे परिजन, शव चिकित्सकों को किया समर्पित
बहराइच के इतिहास में पहली बार समाज सेवा के क्षेत्र मे अग्रणी भूमिका निभाने वाले सलारपुर निवासी गल्ला व्यापारी मुरारी लाल अग्रवाल का देहावसान हो गया। जिसके बाद उनके परिजनो ने चिकित्सा विज्ञान मे शोध के लिए उनके पार्थिक शरीर को भारत विकास परिषद के पदाधिकारियो की उपस्थिति में मेडिकल कालेज बहराइच के चिकित्सको को समर्पित कर दिया।
82 साल के मुरारी लाल अग्रवाल ने देहदान का लिया था संकल्प
भारत विकास परिषद के शाखा सचिव बैजनाथ रस्तोगी ने बताया कि कल्पीपारा क्षेत्र के निवासी 82 वर्षीय समाजसेवी व व्यापारी स्वर्गीय मुरारी लाल अग्रवाल ने भारत विकास परिषद को समाज सेवा हेतु भूमि दान की थी और भारत विकास परिषद द्वारा समाज सेवा के भाव से प्रेरित होकर मानव कल्याण के लिये अपने जीवन काल मे ही चिकित्सा शोध के लिये अपने देह का दान करने का निर्णय लिया था। जिसके चलते उनके निधन के उपरान्त उनके परिजनो ने उनकी इच्छा के अनुरूप उनके पार्थिव शरीर को चिकित्सा शोध के लिये सुहेलदेव मेडिकल कालेज मे चिकित्सको की टीम को सौप दिया।