कौन सा पेड़ लगाने से आती है घर में समृद्धि, क्लिक करें और जान लें
हमारे वास्तु शास्त्र में कुछ ऐसे पेड़-पौधौं के बारे में कहा गया है। जो हमारे लिए शुभ है। जिसे अपने घर के आंगन में लगा देने पर हमारे घर की सुख-शांति बनी रहती है।
इस बदलते परिवेश में सब कुछ बदल गया। पहले घर होता था तो बहुत बड़ा आंगन भी होता था। जिसमें बच्चों के खेलने का भी हो जाता और पेड़-पौधों के लिए जगह भी।आज कल तो घर हो जाय यही बड़ी बात है।एक बालकनी होती है उसी में ये कुछ पौधे लगाए और अपने घर को स्वर्ग बनाते है:-.
1-तुलसी का पौधा- सबसे पहले तुलसी का पौधा जो हर भारतीय हिन्दू घर की पहचान है। इसमें सकरात्मकता बहुत होती है ।यह हर बुरी नजर को रोक लेती हैं। इसमें औषधीय गुण भी हैं।इसे हमेशा घर के मुख्य द्वार के पास उत्तर, उत्तर –पुर्व,या पुर्व में लगानी चाहिए। दक्षिण में भुल कर भी ना लगाएं।ना तब फायदा के बदले नुकसान ही होगा।
2-उजला आक का पौधा-इसको गणेश जी का पेड़ कहा गया है। इसमें दुध निकलता है । वास्तुशास्त्र के अनुसार ऐसा पौधा तो घर में होना अशुभ है लेकिन ये अपवाद में है।इसे घर के पीछे लगाये। कहा जाता है जहां आक का पौधा फलता फूलता है वहां हमेशा वरकत रहती है
3- बेल का पेड़- बेल के पत्तों में स्वयं शिव जी का वास है।सावन में बेल के पेड़ में दीया जलाना चाहिए। बेलपत्र भोले बाबा को चढ़ता ही है। कहा जाता है जिस घर में बेल का पेड़ होता है वहां हमेशा लक्ष्मी का वास होता है।
4-अनार का पौधा- अनार एक गुणकारी पौधा होता है। यह ग्रह दोष को काटता है और आदमी को सम्पन्नता देता है।
5-पारिजात का पौधा- यह पौधा समुद्र मंथन से निकला था। इसका फूल भगवान को चढ़ाने से सोना दान जितना फल मिलता है।इसके घर में रहने से सब भगवान का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
6-बांस का पेड़- वास्तु के अनुसार बांस का पेड़ लगाने से घर में तरक्की होगी।यह घर की निगेटिव इनर्जी को खत्म कर देता है। बांस हर वातावरण हर मौसम में समान रूप से और तेजी से बढ़ता है। एक बांस से बहुत सारा उसका जड़ फेंक देता है उसी तरह हमारे परिवार की जड़ें बड़ी होती जाती हैं। माना जाता है कि जैसे बांस बढ़ता है वैसे ही हमारे घर की उन्नति, आयु,वंश सुख-समृद्धि बढ़ेगी।
7-केला का पौधा- यह फलदार पौधा है। इससे हमारे घर में सुख शांति रहती है। हिंदू धर्म में इसे विष्णु भगवान का वास स्थल कहा गया है।इसे घर में लगाने से धन की कमी कभी नहीं रहती है। ईशान कोण में इसे हमेशा लगाना चाहिए।