कानपुर : टीईटी परीक्षा स्थगित होने पर परीक्षार्थी मायूसी के साथ लौटे घर
यूपी टीईटी परीक्षा का पेपर लीक होने के बाद स्थगित कर दिया गया। परीक्षा स्थगित होने से परीक्षार्थी मायूस होकर अपने-अपने घरों को लौटे। इससे परीक्षार्थियों में काफी आक्रोश दिखा। पारदर्शी तरीके से परीक्षा के लिए जोनल मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। साथ ही प्रत्येक केंद्र पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट तैनात किए गए थे। जबकि जनपद में उप शिक्षा निदेशक (माध्यमिक) प्रयागराज शिव सेवक को पर्यवेक्षक के रूप में तैनात किया गया था।
जनपद में पहली पाली में प्राथमिक के लिए नगर में कुल 76 केंद्रों पर परीक्षा सम्पन्न कराई जानी थी। इसमें 39,874 परीक्षार्थियों को पेपर देना था। वहीं दूसरी पाली में कुल 54 केन्द्र परीक्षा के लिए बनाए गए थे। जिनमें उच्च प्राथमिक के परीक्षा देने के लिए 28,900 परीक्षार्थियों को परीक्षा में शामिल होना था। परीक्षा केन्द्रों पर सकुशल पेपर कराने को लेकर जिला व पुलिस प्रशासन के साथ खुफिया व एसटीएफ द्वारा निगरानी रखी जा रही थी।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने बताया कि टीईटी का पेपर लीक होने की सूचना मिली है। इससे पेपर कैंसिल किया गया है। एक माह बाद दोबारा परीक्षा होगी। जनपद में 130 केंद्रों पर दो पाली प्रथम सुबह 10 बजे से 12ः30 बजे तक एवं द्वितीय दोपहर 02ः30 से 05 बजे तक होनी थी। केंद्रों पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट एवं पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया था।
परीक्षा निरस्त होने से जनपद के बाहर से आए परीक्षार्थी बेहद निराश दिखे तो वहीं शहर के आसपास व गांवों से आए अभ्यर्थियों में मायूसी। परीक्षार्थी रानू त्रिपाठी, वर्षा चौरसिया ने बताया कि परीक्षा को लेकर पूरी मेहनत की थी और पूरा भरोसा था कि वह बेहतर अंकों के साथ उत्तीर्ण होंगी। अब दोबारा परीक्षा की तैयारी करनी पड़ेगी। अभ्यार्थियों ने कहा कि कुछ लोगों की गलत मंशा का परिणाम पढ़ने वाले परीक्षार्थियों को भुगतना पड़ेगा। ऐसे लोगों पर कठोर कार्यवाही होनी चाहिए।
इसके साथ ही परीक्षा को लेकर उनके अभिभावकों के चेहरे में मायूसी व तनाव साफ दिखा। उन्होंने कहा कि दूर-दूर से आकर सर्दी भरी रात किसी तरह से गुजारने पर केन्द्र में बच्चों की परीक्षा कराने पहुंचे। बाद में पता चला कि परीक्षा निरस्त हो गई है, इससे बच्चों से जुड़ी उनकी उम्मीदों को काफी ठेस पहुंची है। सरकार व प्रशासन से अनुरोध है कि परीक्षा पेपर लीक करने वालों से सख्ती से निपटे।