बंद दुकान खोलने के लिए
यदि किसी ने व्यापार बांध दिया हो, तो दुकान, या व्यावसायिक प्रतिष्ठान की दीवार पर शूकर दंत इस प्रकार लगाएं कि वह दिखाई देता रहे। इस प्रयोग से बंधी हुई दुकान और व्यवसाय खुल जाते हैं। प्रयोग शुक्ल पक्ष के बुधवार (प्रथम) को करें।
कई बार बहुत परिश्रम करने के बाद भी व्यापार में वृद्धि न हो
शनिवार को एक पीपल का पत्ता लेकर, गंगाजल से धोकर, यदि गंगाजल न हो तो दूध से धो लें, आप जहाँ बैठते हैं वहाँ इस पत्ते को अपने पास रख लें अगले शनिवार को एक पत्ता और लाये, फिर वैसा ही करें। जब सात शनिवार सात पत्ते हो जायें, तो इन सातों पत्तों पर ‘जय वीर हनुमान’ लिखकर नदी या नहर में प्रभावित करें इससे व्यापार में वृद्धि होती है।
कर्मचारी काम छोडकर भागेंगे नहीं
उपाय 1
सी-किसी संस्थान में व्यवसाय तो ठीक चलता रहता है, परंतु कर्मचारी स्थिर नहीं रह पाते और काम छोड़ कर भाग जाते हैं, जिससे व्यवसायी, अथवा उद्योगपति को काफी जटिल परेशानी आ सकती है। इस हेतु अपने व्यवसाय केंद्र, या कारखाने में घर से आते हुए रास्ते में कोई कील पड़ी हुई मिल जाए और उस दिन शनिवार हो, तो कील उठा कर अपने साथ ले आएं तथा उस कील को पहले भैंस के मूत्र से धो लें। जिस कमरे, अथवा स्थान पर कर्मचारी काम करते हैं, उस स्थान में कहीं पर भी उस कील को ठोक दें। कील के प्रभाव से कर्मचारी भागने की जगह मन लगा कर काम करने लगेंगे।
उपाय 2
कई बार कर्मचारी नहीं टिकते, तो किसी शनिवार को घर से निकलते समय, या काम पर जाते समय, किसी जगह रास्ते से कोई कील उठा लें। उसे गंगा जल में धो कर, जहां कर्मचारी काम करते हैं, ठोक दें। इस कील के प्रभाव से कर्मचारी भागने नहीं पाएंगे।