SPL: आँखों की बिमारियों के लक्षण व उपाय
हमारी आँखें हमारे शरीर के कोमल हिस्से में है अगर हमने अपनी आँखों का ख्याल नहीं रखा तो हमें कई तरह की परेशानियां उठानी पड़ सकती है। नीचे कुछ तरीके दिए है जिससे आप अपनी आंखों को स्वस्थ रख सकते है।
1. सही खाना सही सेहत
एक स्वस्थ आँखों की सेहत आपके प्लेट के खाने से शुरू होती है। पदार्थ जैसे ओमेगा 3, फैटी एडिस, जिंक, विटामिन सी और विटामिन ई जैसे पदार्थ बढ़ती उम्र में होने वाली परेशानी, मोतियाबिंद जैसी बीमारी को रोकने में मदद करते हैं।
अगर आपको इन पदार्थों को अपने खाने में लेना है तो इन चीज़ों का सेवन करें।
- हरी पत्तियों की सब्जियां जैसे पालक।
- सॉलेमन, टूना और तेल वाली मछलियाँ।
- अंडा, बादाम, काजू, सोयाबीन और भी प्रोटीन के सोर्सेज जो मीट से न लिए हो।
- संतरा, निम्बू और रसीले फल।
बैलेंस्ड डाइट (जिसमे सारे पोष्टिक तत्व सही मात्रा में हो) लेने से भी मोटापे जैसे परेशानियों से दूर किया जा सकता है और अगर मोटापा नहीं होगा तो डायबिटीज नहीं होगी जो कि अंधेपन का सबसे बड़ा कारण है।
2. सिगरेट पीना सबसे बड़ा पाप
सिगरेट पीने से मोतियाबिंद (Cataract) और macular degeneration(यह बीमारी आपके रेटिना को खराब कर देती है। जहां सिर्फ एक चीज़ ही तस्वीर बनती है) यह दोनों ही बीमारी ऑप्टिक नर्व (जहां से रेटिना से सिग्नल दिमाग में जाता है और वहां दिमाग सही इमेज का चयन करता है) को खराब कर सकता है। हम सबको पता है लोगो के लिए सिगरेट को छोड़ना बाद कठिन काम है इसलिए आप डॉक्टर से सलाह लीजिये।
3. सन ग्लॉसेस पहने
सही तरह के शेड्स पहनने से आप सूरज की खतरनाक किरणें जैसे UVRays से बच सकते हैं।
ऐसे ग्लॉसेस पहनिए जो आपको 98 प्रतिशत तो 99.9 प्रतिशत धूप की किरणों से बचाये क्योंकि UVRays मोतियाबिंद के खतरे को बढ़ा सकती है।
4. कंप्यूटर से थोड़ा दूर ही बैठिये
अगर आप कंप्यूटर के सामने कुछ ज्यादा ही देर बैठते हैं और फ़ोन को बहुत देर तक चलाते हैं तो आपको सिरदर्द, सुखी आँखें, गर्दन और पीठ दर्द, आँखों पर दबाब होगा, इसलिए बीच बीच में ब्रेक लेते रहें।
अपनी आंखों को बचाने के लिए
- सबसे पहला यह ज़रूर देख लीजिए कि आप जो चश्मे इस्तेमाल कर रहे हैं वो सही नंबर के हो और कंप्यूटर स्क्रीन के सामने बैठने के लिए ठीक हो।
- आप ऐसी कुर्सी का चयन करें जो आपके लिए एकदम आरामदायक हो और आप जब बैठे तो आपको सहारा दे, जिससे कि आपके पैर पूरे तरह ज़मीन पर हो।
- अगर आपकी आँखें सूखी हैं तो बार बार पलकें झपकायें।
- अपनी आंखों को 20 मिनट तक के लिए आराम जरूर दें ।
- अपने आंखों को डॉक्टर को लगातार चेकअप करवाते रहे।
5. आंखों का चेकअप
आँखों की जांच करना बहुत जरूरी है क्योंकि यह हमें बहुत सारी बीमारियों को पता लगाने के लिए भी बहुत ज़रूरी होता है जैसे ग्लूकोमा और इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं है और इसको जल्दी पहचानना बहुत ज़रूरी है।
एक आँखों के चेकअप में यह सब निम्नलिखित है:
अपने और अपने परिवार की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में जानना चाहिए ताकि यह पता लग सके कि यह बीमारी हमारे परिवार में पहले भी किसी को थी।
- आँखों की जांच से यही पता लगेगा कि आपको दूर की या पास नजर की बीमारी है।
- आँखों के टेस्ट यह भी पता चलेगा कि आपकी आंखों कितना अच्छा काम कर रही है।
- आँखों के दवाब और ऑप्टिक नर्व का भी टेस्ट होगा।