वास्तव में नजर किसी अन्य के द्वारा की गई ईर्श्या-द्वेश, भेद-भाव आदि का फल होता है। कई लोगो द्वारा दूसरे की गौरे रंग, सफेद रंग की वस्तु, सुन्दर बच्चा, स्त्री-पुरुष या किसी भी सुन्दर वस्तु को यह प्रभावित कर सकता है अर्थात उसे नजर लग सकती है और हमें उसके प्रभाव से बचाव अर्थात बचने के लिए कई प्रकार के उपाय या तन्त्र या टोटकों द्वारा बचा जा सकता है।
कुछ उपाय इस प्रकार है
नमक की डली, राई के कुछ दाने, डंडी वाली लाल सात मिर्च, फिटकरी तथा राई लें, बच्चे के ऊपर से सात बार उतार कर जलते चूल्हें में डाल दें। सिर्फ एक फिटकरी की डली को भी बच्चे के ऊपर से उतारा जायें तथा यह कहा जाये कि जिसकी नजर लगी है वह उतर जाये और उसकी शक्ल बन जाये ऐसा कहकर चूल्हें में डाल दों उसमें से पानी निकलेगा और फिटकरी फूल जायेगी। और फिर आप देखेंगे कि नजर लगाने वाले की सूरत उसमें उभर आयेगी।
झाड़ू को आगे से आग में जलाकर बच्चे की माता बच्चें की तरफ मुंह तथा चूल्हे की तरफ पीठ करके, सात बार वह जलती झाड़ू का सेंक न लगे। बच्चे को छूकर, झाड़ू को अपनी( अर्थात माँ) की टांगे के बीच निकाल कर बिना देखें, पीछे को चल्हे की ओर फेंक दें तो बच्चें की नजर उतर जाती है।
नारियल के झाड़ू को लेकर, सात बार बच्चे पर छुआ कर(सिर, छाती व पैर) उसकी तीन चार सीखें अर्थात(तीलें) निकालकर उस पर अपना थूक डालकर बाहर फेंक दे तो, बच्चे की नजर उतर जाती है।
शाम के समय, गाय का कच्चा दूध, मिट्टी के बर्तन में भरकर सात बार बच्चें के सिर से पांव तक उतार कर काले कुत्ते को पिला दें तो नजर उतर जाती है।