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कहानी- कैसे मनुष्य और कुत्तें दोस्त बनें?

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एक बारे दो कुत्ते के बच्चे अपनी माँ के मर जाने पर रो रहे थे। उनकी माँ को हिरण ने मार दिया था। वह रो-रोकर इतना थक गए कि वह थोड़ी देर के लिए लेट गए। फिर उन्होंने अपनी माँ की मौत का बदला लेने के लिए हिरण को मारने का निर्णय किया। एक बार जब उन्होंने निश्चय कर लिया कि उन्हें क्या करना है तो, उन्हें बेहतर महसूस होने लगा। लेकिन जल्द ही उन्हें अहसास हुआ कि वह काफी छोटे है और वह कैसे इतने बड़े हिरण को पकड़ पाएंगे। इसलिए उन्होंने हाथी से मदद मांगने का फैसला किया। वह दोनों हाथी के पास गए और उससे मदद मांगने लग गए। उनकी कहानी सुनकर हाथी को उन पर तरस आ गया और उसने उनकी मदद करने का वादा किया।

लेकिन जब रात को किसी भी छोटी सी चीज़ को देखकर कुत्तें भैंकने लगे, तो हाथी को गुस्सा आ गया। और हाथी ने अपने घर से कुत्तों को जाने के लिए कहा। हाथी को डर था कि कुत्तों की आवाज़ सुनकर कई चीते को उसके ठिकाने का पता नहीं चल जाए। इसके बाद कुत्तों ने चीते के पास जाकर मदद मांगने का फैसला किया। कुत्तों को लगा कि जब हाथी चीते से डरता है तो शायद सबसे बहादुर जानवर चीता उनकी मदद करके हिरण को मार डाले। हाथी की तरह चीते को भी कुत्तों की हालत पर तरस आ गया और उसने उनकी मदद करने का फैसला किया। लेकिन फिर रात को कुत्तों की आवाज़ सुनकर चीते को गुस्सा आ गया। चीते ने भी उन्हें अपने घर से निकाल दिया। चीते को डर था कि कुत्तों की आवाज़ सुनकर मनुष्य को उसके रहने का ठिकाना पता चल जाएगा।

अंत में आखिरकार कुत्तें मनुष्य के पास मदद के लिए गए। मनुष्य ने उन्हें खाने के लिए खना और रहने की जगह दी। और रात में जब कुत्तें भौंकते थे तो मनुष्य को खुशी होती थी क्योंकि वह जानता था कि कुत्ते उसके घर की रखवाली कर रहे है और कुत्तों की आवाज़ सुनकर कोई भी उसके घर में नहीं घुसेगा। उस दिन के बाद कुत्तों और मनुष्य में अच्छी दोस्ती हो गई। कुत्तों ने मनुष्य को अपनी कहानी बताई और हिरण से बदला लेने के अपने निर्णय को भी बताया। मनुष्य ने उनकी मदद करने का फैसला किया और वह हिरण की खोज के लिए निकल पड़े। उन्हें रास्ते में एक हिरण दिखाई दिया। उन लोगों ने उसका पीछा किया। जैसे ही हिरण पास से निकला वैसे ही मनुष्य ने अपनी कुल्हाड़ी से उसे मार दिया और हिरण मर गया। इसके बाद कुत्तें खुशी में अपनी पूछ हिलाते हुए मनुष्य के पास आकर झूमने लगे। वह हिरण के पास गए और उसकी सीधी लात खाने लगे। उस दिन के बाद हिरण की सीधी लात को ही कुत्ते हमेशा खाते है।

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