क्या आपके घर में कैंसर करने वाले यह पदार्थ है? हो जाइये सावधान!
अगर हम ताज़ी हवा सूंघे, हरियाली देखे, फूलों की खुशबू सूंघे,चिड़ियों की आवाज़ सुने, तो हमारी सुबह कितनी खूबसूरत होगी. लेकिन अब ज़्यादातर जगहों पर यह मुमकिन नहीं है क्यूंकि आसमान में इतना प्रदुषण हो गया है और हर जगह पेड़ काटे जा रहे है। अब तो हम जो खाना कहते है, उसमे भी ज़हर होता है और अब घर के पदार्थ भी ज़हरीले होते जा रहे है. ज़्यादातर विदेशी पदार्थों में कैंसर करने वाले केमिकल होते है और भारतीय बाजार में ऐसे पदार्थों की भरमार है। हमारे पूर्वज सिर्फ घर पर बने पदार्थों का इस्तेमाल करते थे लेकिन हमारे पास विदेशी पदार्थों का इस्तेमाल करने के अलावा कोई चारा नहीं है। हम आपको ऐसे पदार्थ बताते है जिनमे कैंसर करने वाले केमिकल होते है:
1. शैम्पू
शैम्पू में सोडियम लॉरयल सल्फेट, पैराबेन्स, अमोनियम लौरेठ सल्फेट, सिंथेटिक रंग और परफ्यूम होते है। पैराबेन्स में कैंसर करने वाले तत्व होते है।
आप शैम्पू की जगह आयुर्वेदिक शैम्पू का इस्तेमाल करें।
2. नॉन स्टिक बर्तन
नॉन स्टिक बर्तन में टेफ़लोन की परत होती है जो 450 फारेंहेइत पर गर्म होने के बाद मनुष्य के स्वस्थ्य के लिए खतरनाक ज़हर को छोड़ती है। यह फ्लोराइड गैस भी छोड़ते है जो कैंसर करते है।
आप इसकी जगह मिटटी या कांच के बर्तन का इस्तेमाल करें।
3. आर्टिफीशियल स्वीटनर
आर्टिफीशियल स्वीटनर में एसपारटेम होते है। यह मधुमेह का रिस्क बढ़ाते है और कैंसर भी करते है।
आप इसकी जगह आर्गेनिक गन्ने का रस या शहद का इस्तेमाल करें।
4. प्लास्टिक के बर्तन
प्लास्टिक के बर्तन में ज़हरीले पदार्थ होते है जो किसी भी खाने या पानी को ज़हरीला बनाते है। बिस्फेनॉल ए और बिस्फेनॉल एस जैसे केमिकल कैंसर करते है।
आप इसकी जगह स्टील या ताम्बे के बर्तन का इस्तेमाल करें।
5. एयर फ्रेशनर
एयर फ्रेशनर में इस्तेमाल किये जाने वाले केमिकल अस्थमा और दूसरी बिमारियों को पैदा करते है। जो फ्रेशनर आप घर, गाड़ी या अपने बाथरूम में इस्तेमाल करते है उनमें हानिकारक केमिकल भरे होते है।
इसकी जगह आप अगरबत्ती या संब्रानी पाउडर का इस्तेमाल करें।
6. साफ़ करने वाले पदार्थ
घर के शीशे, लकड़ी, ताम्बे, माइक्रोवेव को साफ़ करने के लिए हम जिन पदार्थों का इस्तेमाल करते हैं, वह बहुत हानिकारक होते हैं। शीशा, कारपेट और गाड़ी को साफ़ करने वाले पदार्थ में हानिकारक तत्व होते हैं जो त्वचा और आँखों को नुकसान पहुंचते हैं।
इसकी जगह आप बेकिंग सोडा को पानी के साथ इस्तेमाल करे या फिर नीम्बू को विनेगर के साथ इस्तेमाल करें।
7. साबुन और डिटर्जेंट
आपको डिटर्जेंट में अमोनिआ, फॉस्फोरस, फिनॉल का मिश्रण मिलेगा जो आपको खुजली और आपकी त्वचा को रूखी बना देते हैं। इससे एक्ने और साइनस की तकलीफ भी होती हैं।
एंटी बैक्टीरियल साबुन में ट्रिक्लोसन होते हैं जो कैंसर की बीमारी करते हैं।
८. टूथपेस्ट
टूथपेस्ट में सबसे खतरनाक तत्व फ्लोराइड होता हैं, जिससे कैंसर होता हैं। फुलोरीदे से मनुष्य की कैंसर से मौत दूसरे केमिकल के मुकाबले ज़्यादा होती हैं।
इसकी जगह पतंजलि दन्त काँति या फिर आयुर्वेदिक दांतों का पाउडर या नीम की डंडी का इस्तेमाल करें।
9. मेक अप
आपके मेकअप के सामान में हानिकारक धातु होते हैं। इनमे 96% लीड, 90% बेरिलियम, 61% थालियम, 41% कैडमियम और 20% आर्सेनिक होते हैं। अगर आप रोज़ाना भरी मेकअप लगाती हैं तो आपके चेहरे पर 5 पौंड केमिकल हर साल जमा होते हैं।
मेकअप की जगह आप घर पर बनने वाले पैक लगाए।
10. सनस्क्रीन
गर्मियों के आते लोग सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना शुरू कर देता हैं जिसमें रेटिनील पलमीटेट होता हैं।
आप इसकी जगह गुलाब के जल से स्नान कर सकते है।