रोचक तथ्य : महिलाओं द्वारा की गयी 10 चौंकाने वाली वैज्ञानिक खोज
इस दुनिया में सिर्फ आदमी ही किसी रोचक चीज़ की खोज नहीं करते बल्कि अविष्कार और खोज की दुनिया में महिलाओं ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने ऐसी खोज की है जो आज भी अहमियत रखती है लेकिन इसके लिए उन्हें कभी सराहा नहीं गया।
1 . पनडुब्बी दूरबीन – सराह माथेर
जब 1845 में सराह माथेर ने पनडुब्बी दूरबीन का लाइसेंस लिया तो उन्होंने हमें महासागर की ज़मीन का दृश्य दिखाया। अगर सराह इसका लाइसेंस नहीं लेती तो उन्हें अपनी उपलब्धि के लिए कभी सराहा नहीं जाता। 1845 के पहले हमें पता भी नहीं था कि महासागर की कोई ज़मीन भी होती है। पनडुब्बी दूरबीन को पहले कश्तियों की जाँच के लिए बनाया गया था। पनडुब्बी एक बल्ब जैसे उपकरण का इस्तेमाल करती थी जिसे पनडुब्बी के गिलास ग्लोब पर लगाया जाता था और वह पानी में डूब जाता था। उससे लोग अपनी कश्तियों के ढांचे को देख सकते थे। इस उपकरण से अचानक महासागर की ज़मीन का पता चल पाया।
2 . विंडशील्ड वाइपर – मैरी एंडरसन
मैरी एंडरसन ने 1902 में विंडशील्ड वाइपर की खोज की थी। आज हम इसका इस्तेमाल गाड़ियों के शीशे से बर्फ, बारिश हटाने के लिए करते है। 1903 में मैरी ने इसका लाइसेंस लिया। उनकी इस खोज का आविष्कार न्यूयॉर्क शहर में हुआ जब उन्होंने ड्राइवरो को बारिश के दौरान सड़क देखने के लिए खिड़की खोलते हुए देखा। इसके नतीजन उन्होंने यह खोज की जिसमे एक डंडे को गाड़ी के अंदर से गाड़ी के बाहर लगे रबर ब्लेड के लिए इस्तेमाल किया गया । 1916 तक यह कई गाड़ियों में इस्तेमाल किये जाने लगा। 1917 में उन्होंने इसका लाइसेंस लिया।
3 . जीव की खोज (ऑर्गैनिस्म) – नेट्टी स्टीवेंस
1905 में नेट्टी स्टीवेंस को एक दिलचस्प खोज के बारे में पता चला और उन्होंने खोज कि जीव की जाति का उनके गुड़सूत्र से सीधा संपर्क होता है। बेशक हम नर मादा इंसान हो या फिर झींगुर, मुर्गे या फिर मधुमक्खी जैसे जानवर हो, हमारा नसीब हमारे शरीर के अंदर होता है। स्टीवेंस को विज्ञानं की दुनिया में अपना योगदान देने वाली पहली महिला का सम्मान दिया गया। अपनी खोज के लिए स्टीवेंस ने कीड़ो का एक्सपेरिमेंट किया जिसमे उन्होंने पाया की व्हाई गुड़सूत्र का होना या न होना गुड़सूत्र के लिंग पर निर्धारित रहता है।
4 . रेडियो सक्रियता (रेडिओएक्टिविटी)- मैरीआज की क्यूरी
1910 में मैरी क्यूरी ने रेडियो सक्रियता की खोज की थी लेकिन ये बहुत व्यंग्यात्मक है क्यूंकि इसी चीज़ की वजह से उनकी मौत भी हो गयी। इस खोज ने वैज्ञानिकों के लिए मैटर और ऊर्जा की खोज के लिए राह खोल दी थी। क्यूरी ने कई बिमारियों को ठीक करने के लिए दवाइयां बनाने में भी अपना योगदान दिया। उन्होंने 1890 में रेडियम की किरणों का आविष्कार किया। उन्होंने कंपाउंड को यूरेनियम के साथ पड़ा और देखा कि अगर यूरेनियम एटम होते है तो उनमें प्रकाश भी होता है। इस तरह से क्यूरी के लिए रेडियो सक्रियता कि खोज कि शुरुआत हुई। उन्होंने रेडियो सक्रियता का इस्तेमाल करते हुए जवानों कि जान बचायी।
5 . बाईं ओर मुड़ने का सिग्नल – फ्लोरेंस लॉरेंस
1914 में फ्लोरेंस लॉरेंस ने बाईं ओर मुड़ने के सिग्नल कि खोज की। अगर वह यह खोज न करती तो सड़क पर गाड़ियां एक दूसरे से टकराती रहती। दुर्भाग्यपूर्ण, उन्होंने इस खोज का लाइसेंस नहीं लिया ओर इसलिए उन्हें इसका श्रेय नहीं दिया गया । इस सिग्नल से पहले लोगों को अपने हाथों के इस्तेमाल से पीछे की गाड़ियों को मुड़ने की जानकारी देनी पड़ती थी। उनकी खोज के बाद लोगों को मुड़ने के लिए सिग्नल देने के लिए अपने हाथों का इस्तेमाल नहीं करना पड़ता था।
6 . विखंडन (नुक्लिएर फिशन)- लीज़ मेइट्नर
नाभिकीय भौतिकी में अपने काम के दौरान 1930 में लीज़ मेइट्नर ने विखंडन की खोज की। विखंडन का आविष्कार तब हुआ जब एटॉमिक केंद्र दो हिस्सों में फूट गया, इसके बाद एटॉमिक बम बनने का रास्ता खुल गया। उस समय की यह बहुत बड़ी उपलब्धि थी। उनका यह आविष्कार नोबल समिति की नज़र में नहीं आया क्यूंकि वह महिला थी। उन्हें नेशनल प्रेस क्लब द्वारा 1946 में साल की सर्वश्रेष्ठ महिला का सम्मान दिया गया। लीज़ मेइट्नर द्वारा की गयी विखंडन की खोज के लिए उनकी बजाये ओटो हहं को विखंडन की खोज के लिए नोबल पीस सम्मान दिया गया।
7 . आवृति का कूदना (फ्रीक्वेंसी होपिंग)- हेडी लमार्र
यह खूबसूरती के साथ दिमाग का अविष्कार है। खूबसूरत अभिनेत्री हेडी जब एक्टिंग से बोर हो गयी तो उन्होंने विज्ञानं के अपने शौक को अपनाया। जॉर्ज एंथेल के साथ मिलकर हेडी ने रेडियो प्रसार के दौरान आवृति के हिलने को समझा। 1942 में उन्होंने इसका लाइसेंस लिया। उनकी इस खोज से ब्लूटूथ के अविष्कार के रस्ते खुले। यह खोज विश्व युद्ध 2 के दौरान सामने आयी जब लमार्र ने रेडियो की बातचीत की भीड़ को आवृति के कूदने से रोका।
8 . लैम्ब्डा बक्टेरिओफगे – एस्तेर लेडरबर्ग
1951 में एस्तेर लेडरबर्ग ने एक वायरस लैम्ब्डा बक्टेरिओफगे की खोज की, जो बैक्टीरिया को ख़राब करता था। इस वायरस ने मेडिकल की दुनिया में बड़ा योगदान दिया क्यूंकि इससे कई बिमारियों के इलाज बनने में मदद मिली।
9 . DNA डबल कुण्डल – रॉसलिंड फ्रेंक्लिन
1950 में जब रॉसलिंड फ्रेंक्लिन डीएनए की एक्स-रे विवर्तन छवियों पर काम कर रही थी तो उन्होंने DNA डबल कुण्डल की खोज की। आज भी यह खोज वैज्ञानिकों के काम आती है। DNA डबल कुण्डल के जरिये मेडिकल की दुनिया में मानव शरीर को सही ढंग से समझने में मदद मिली है।
10 . पल्सर – जोसलीन बेल बुर्नेल
यह ब्रह्माण्ड के दीपग्रह माने जाते है। 1967 में जोसलीन ने पल्सर की खोज की तारों की बचत थी जो अधिनव तारा बन गया। पल्सर के चुंबकीय अंश बहुत तेज़ होते है और तेज़ घूमते है। यह तब होता है जब तारे की बहार की परत स्पेस में फट जाति है। ग्रेविटी की वजह से तारे की अंदर की परत सिकुड़ जाति है। आखिर में तारा प्रकाश का धमाका करता है जो पल्सर बन जाता है।
Author : Davinder Gadhok