पुरुषों में स्पर्म बढ़ाने के लिए 6 खाने के टिप्स
स्पर्म के स्वस्थ्य पर फलों और सब्ज़ियों का बहुत असर पड़ता है। ओमेगा 3 पॉलीअनसेचुरेटेड फैट्स खाने से सीमेन की क्वालिटी सुधरती है। अभिभावकता सिर्फ माँ के लिए नहीं है, इसमें पिता की भूमिका भी बराबर की होती है। मॉडर्न भारत में निष्फलता बढ़ती जा रही है। एक अध्याय के मुताबिक पिछले पांच सालों में निष्फलता में 20-30 प्रतिशत की बढ़त देखि गयी है। पुरुषों में सीमेन की क्वालिटी अपने साथी को गर्भवती ना कर पाने का मुख्य कारण है। पुरुष की निष्फलता का मुख्या कारण कम स्पर्म कंसंट्रेशन, ख़राब स्पर्म की गतिशीलता, अनुचित स्पर्म की आकृति है। हालाँकि स्पर्म क्वालिटी में कमी आने का मुख्या कारण पता नहीं लग पाया है।
पुरुष फर्टिलिटी में खानपान का बहुत एहम रोल है। एक अध्यन के मुताबिक स्वस्थ लाइफस्टाइल गर्भधारण करने में मदद करता है और यह स्पर्म का स्तर भी बढ़ाता है।
1. ज़्यादा फलों और सब्ज़ियों का सेवन करें
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक खोज में पता चला है कि पीले और नारंगी रंग के फल और सब्ज़ियों का स्पर्म के स्वस्थ्य पर काफी अच्छा असर पड़ता है। फलों और सब्ज़ियों में पीला और नारंगी रंग करोटेनोइड की वजह से होता है जिसमे बीटा कैरोटीन होता है जो शरीर में विटामिन ए में तब्दील हो जाता है। शकरगंदी और खरबूजा स्पर्म की क्वालिटी को ठीक करते है और सब्ज़ियों में टमाटर और गाजर स्पर्म को बढ़ाते है, जो अंडे तक पहुँच पाते है।
2. प्रोसेस्ड खाने का सेवन कम करें
प्रोसेस्ड और जंक खाना स्वस्थ्य को ख़राब करता है। रोचेस्टर युवा पुरुषों ने रोचेस्टर यूनिवर्सिटी में एक खोज की, जिसमे एक ग्रुप को उन्होंने मांस, अनाज, फ़ास्ट फ़ूड, ज़्यादा ऊर्जा वाली ड्रिंक खाने के लिए दी और दूसरे समूह को उन्होंने स्वस्थ खाना जैसे मुर्गा, मछली, फल, सब्ज़ियाँ खाने को दी। उन्होंने पाया की स्वस्थ खाना खाने वाले समूह के स्पर्म की क्वालिटी बहुत बेहतर निकली।
3. कोलेस्ट्रॉल को कण्ट्रोल करें
ज़्यादा कोलेस्ट्रॉल वाले जोड़े को गर्भवती होने में लम्बा समय लगता है। इसलिए अपना कोलेस्ट्रॉल कण्ट्रोल करने के लिए अनाज, फल, पत्ते वाली सब्ज़ियां का सेवन करें।
4. सैचुरेटेड फैट्स को न खाएं
सैचुरेटेड फैट्स न सिर्फ आपके दिल और कमर के लिए नुकसानदायक है बल्कि यह आपके स्पर्म की मात्रा को भी कम करते है। इसलिए सैचुरेटेड फैट्स की जगह आप सामन, बादाम, अखरोट और चिआ के बीजो का सेवन करें।
5. ऑक्सीडेटिव तनाव से बचें
थोड़ी मात्रा में आर ओ एस यानि रिएक्टिव ऑक्सीडेन स्पीशीज स्पर्म के काम करने के लिए ज़रूरी होते हैं। हालाँकि अगर यह ज़्यादा हो जाये तो स्पर्म की क्वालिटी गिर सकती है। विटामिन इ, सी और करोटेनोइड आर ओ एस को ठीक करके स्पर्म की सुरक्षा करने में मदद करते है। स्वस्थ जीवन से आप आर ओ एस को ठीक रख सकते है। इसके लिए धुम्रपान न करें, शराब को न पीये, ताज़ा फल और सब्ज़ियां खाये।
6. अपने वजन को बढ़ने न दें
मोटापा आपको पिता का सुख देने में देर लगा सकता है। मोटापे से स्पर्म कंसंट्रेशन कम हो जाता है। अपने वजन को सिर्फ खुद के लिए ही नहीं अपने पैदा करने वाले बच्चे के लिए भी कम करें। रोज़ाना व्यायाम करें।
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