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पथरी के कारगर उपाय

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अक्सर पथरी गुर्दे, यूरीन ब्लेडर एवं पित्ताशय (गाल ब्लेडर) में बनती हैं

गाल ब्लेडर में से पथरी निकाली जाना बहुत टेढ़ा काम है इसलिए गाल ब्लेडर ही निकाल बहार किया जाता है.
पथरी एक से ज्यादा भी हो सकती हैं.
एक बार पथरी बनाना शुरू हो जाये तो शरीर कई कई बार इस रोग से व्याधिग्रस्त हो सकता है.
हमें सावधानी रखनी होती है कि दोबारा पथरी ना बने.


पथरी सामान्यतया दो प्रकार की होती हैं
१. कैल्सियम कार्बोनेट की
२. लौह तत्व की.

दुनिया में लाखों ऐसे मरीज है जो गुर्दे की पथरी से परेशान है। यह रोग पीड़ा देने के साथ साथ और भी अनेक तकलीफ पैदा करता है।

जब नमक एवं अन्य खनिज (जो आपके मूत्र में मौजूद होते हैं) वे एक दूसरे के संपर्क में आते है तो पथरी का निर्माण होने लगता है जो गुर्दे की पथरी के रूप में जाना जाता है।
गुर्दे की पथरी का आकार अलग अलग हो सकता है; कुछ पथरी रेत के दानों की तरह  बहुत हीं छोटे आकार के होते हैं तो कुछ बहुत हीं बड़े। आमतौर पर छोटे मोटे पथरी मूत्र के जरिये शरीर के बाहर निकल जाया करते हैं लेकिन जो पथरी आकार में बड़े होते हैं वे मूत्र निष्काशन के समय  बाहर नहीं निकल पाते एवं  मूत्र के बाहर निकलने में बहुत ही बाधा डालते हैं  जिससे  बहुत हीं  पीड़ा उत्पन्न होती है।

गुर्दे की पथरी होने के कुछ सामान्य लक्षण

जब गुर्दे की पथरी मूत्रवाहिनी में घुमती है या इधर से उधर होती है तब बहुत हीं पीड़ा देती है। यदि आपको मूत्र विसर्जन के समय अक्सर पीड़ा का एहसास होता हो तो यह गुर्दे की पथरी का एक लक्षण हो सकता है। पीड़ा के अलावा मूत्र विसर्जन के वक़्त पेशाब में जलन हो तो यह काफी हद तक इस बात का संकेत देता है कि आपको गुर्दे की पथरी की समस्या है। लेकिन पेशाब में जलन कई और कारणों से भी हो सकते हैं। इसलिए घबराएं नहीं और अगर आपको पेशाब में जलन की शिकायत अक्सर होती हो तो डाक्टरी जाँच  अवश्य  करवाएं। भूख में कमी या भूख मिटना, पेशाब में बदबू, पेशाब में रक्त के अंश का पाया जाना एवं चक्कर आना गुर्दे की पथरी होने के कुछ अन्य लक्षण हैं।
मासिक धर्म के दौरान महिलाएं को अगर पेट (उदर)  के निचले भाग में अक्सर दर्द की शिकायत रहती हो तो यह भी गुर्दे की पथरी होने का संकेत हो सकता है।
गुर्दे की पथरी से निजात पाने के कुछ कारगर घरेलू उपाय
अंगूर का सेवन करें : अंगूर गुर्दे की पथरी को दूर करने में बहुत हीं महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अंगूर प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में उत्कृष्ट रूप से कार्य करता है क्योंकि इनमें पोटेशियम नमक  और पानी भरपूर मात्रा में होते हैं। अंगूर में अलबूमीन और सोडियम क्लोराइड बहुत हीं कम मात्रा में होते हैं जिनकी वजह से इन्हें गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए बहुत हीं उत्तम माना जाता है।
विटामिन बी 6 लिया करें

विटामिन बी 6 गुर्दे की पथरी को दूर करने में बहुत हीं प्रभावकारी साबित होता है।
अगर विटामिन बी -6 को विटामिन  बी ग्रुप के  अन्य विटामिन  के साथ  सेवन किया जाये तो गुर्दे की पथरी के इलाज में काफी सहायता मिलती है। शोधकर्ताओं ने अपने शोध में  पाया है कि इस बी विटामिन की 100 से 150 मिलीग्राम की एक दैनिक खुराक गुर्दे की  पथरी की चिकित्सीय  उपचार में बहुत फायदेमंद हो सकता है। यह विटामिन मष्तिष्क सम्बन्धी विकारों को भी दूर  करता है।

तुलसी के पत्तों में विटामिन बी पाया जाता है  इसलिए तुलसी के कुछ ताजे पत्तों को रोजाना चबाया करें।

प्याज (कांदा) खाएं : प्याज में गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए औषधीय गुण पाए जाते हैं। अगर आप सही ढंग से इस घरेलू उपचार का पालन करेंगे तो आपको इसका हैरान कर  देने वाला परिणाम मिलेगा। आपको इसका रस पीना है लेकिन पके हुए प्याज का। इसके लिए आप दो मध्यम आकर के प्याज लेकर  उन्हें अच्छी तरह से छिल लें। फिर एक बर्तन में एक ग्लास पानी डालें और दोनों प्याज को मध्यम आंच पर उसमें पका लें।   जब वे  अच्छी तरह से पक जाये तो उन्हें ठंढा होने दें फिर उन्हें ब्लेंडर में डालकर अच्छी तरह से ब्लेंड कर लें। तत्पश्चात उनके रस को छान लें एवं इस रस का तीन दिनों  तक लगातार सेवन करते रहे। यह घरेलू उपाय राम बाण का काम करता है और दूसरे दिन से हीं गुर्दे की पथरी को बाहर निकालना शुरू कर देता है।

पानी : ज्यादा पानी पीएं. एक दिन में कम से कम दो से तीन लीटर पानी पीएं. शरीर में पानी की कमी होने से गुर्दे में पानी कम छनता है. पानी कम छनने से शरीर में मौजूद कैल्शियम, यूरिक एसिड और दूसरे पथरी बनाने वाले तत्व गुर्दे में फंस जाते हैं जो बाद में धीरे-धीरे पथरी बन जाते हैं. जीरे और चीनी को समान मात्रा में पीसकर एक-एक चम्मच ठंडे पानी से रोज तीन बार लेने से लाभ होता है.

करेला: करेला वैसे तो बहुत कड़वा होता है और आमतौर पर लोग इसे कम पसंद करते है. परन्‍तु पथरी में यह रामबाण की तरह काम करता है. करेले में मैग्‍नीशियम और फॉस्‍फोरस नामक तत्व होते हैं, जो पथरी को बनने से रोकते हैं.
अंगूर: अंगूर में एल्ब्यूमिन और सोडियम क्लोराइड बहुत ही कम मात्रा में होता हैं, इसलिए किडनी में स्टोन के उपचार के लिए बहुत ही उत्तम माना जाता है. साथ ही अंगूर प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में उत्कृष्ट रूप में कार्य करता है क्योंकि इनमें पोटेशियम नमक और पानी भरपूर मात्रा में होते हैं.
केला: पथरी की समस्‍या से निपटने के लिए केला खाना चाहिए क्‍योंकि इसमें विटामिन बी 6 होता है. विटामिन बी 6 ऑक्जेलेट क्रिस्टल को बनने से रोकता और तोड़ता है. साथ ही विटामिन बी-6, विटामिन बी के अन्य विटामिन के साथ सेवन करना किडनी में स्‍टोन के इलाज में काफी मददगार होता है. एक शोध के मुताबिक विटामिन-बी की 100 से 150 मिलीग्राम दैनिक खुराक गुर्दे की पथरी की चिकित्सीय उपचार में बहुत फायदेमंद हो सकता है.
नींबू का रस और जैतून का तेल: नींबू का रस और जैतून के तेल का मिश्रण, गुर्दे की पथरी के लिए सबसे प्रभावी प्राकृतिक उपचार में से एक है. पत्‍थरी का पहला लक्षण होता है दर्द का होना. दर्द होने पर 60 मिली लीटर नींबू के रस में उतनी ही मात्रा में आर्गेनिक जैतून का तेल मिला कर सेवन करने से आराम मिलता है. नींबू का रस और जैतून का तेल पूरे स्वास्थ्य के लिए अच्छा रहता है और आसानी से उपलब्ध भी हो जाता हैं.
बथुए का साग: किडनी में स्‍टोन को निकालने में बथुए का साग बहुत ही कारगर होता है. इसके लिए आप आधा किलो बथुए के साग को उबाल कर छान लें. अब इस पानी में जरा सी काली मिर्च, जीरा और हल्‍का सा सेंधा नमक मिलाकर, दिन में चार बार पीने से बहुत ही फायदा होता है.

गाजर: गाजर में पायरोफॉस्फेट अम्ल पाया जाता हैं जो किडनी में स्‍टोन बनने की प्रक्रिया को रोकता है. साथ ही गाजर में पाया जाने वाला केरोटिन यूरीन की आंतरिक दीवारों को टूटने-फूटने से भी बचाता है.अनार का रस: अनार का रस किडनी में स्टोन के खिलाफ एक बहुत ही अद्भुत और सरल घरेलू उपाय है. अनार के कई स्‍वास्‍थ्‍य लाभ के अलावा इसके बीज और रस में खट्टेपन और कसैले गुण के कारण इसे किडनी में स्‍टोन के लिए एक और प्राकृतिक उपाय के रूप में माना जाता है.

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3 Comments
  1. जीवन दीवान says

    महोदय,
    मेरे पुत्र के बायीं ओर के uretar मे एक 8-9 एमएम की पथरी है, सीटी स्कैन मे कल ही पता चला परंतु प्रथम बार दर्द 11-7-2016 को उठा था और बहुत ज़ोर से उठा था तब एक अङ्ग्रेज़ी दावा देने पर आराम मिला था , दुबारा 2 दिन बाद फिर दर्द उठा तब इंजेक्शन देना पड़ा था , इसका क्या इलाज कारगर होगा कृपा कर बताएं एवं अपना मोबाइल नंबर दें ताकि आपसे सलाह मसविरा कर सकूँ । या मुझे मेरे ईमेल पर बताएं तो बहुत महरवानी होगी , मेरा मोबाइल नंबर 9233307990 है

  2. जीवन दीवान says

    महोदय,
    मेरे पुत्र के बायीं ओर के uretar मे एक 8-9 एमएम की पथरी है, सीटी स्कैन मे कल ही पता चला परंतु प्रथम बार दर्द 11-7-2016 को उठा था और बहुत ज़ोर से उठा था तब एक अङ्ग्रेज़ी दावा देने पर आराम मिला था , दुबारा 2 दिन बाद फिर दर्द उठा तब इंजेक्शन देना पड़ा था , इसका क्या इलाज कारगर होगा कृपा कर बताएं एवं अपना मोबाइल नंबर दें ताकि आपसे सलाह मसविरा कर सकूँ । या मुझे मेरे ईमेल पर बताएं तो बहुत महरवानी होगी , मेरा मोबाइल नंबर 9233307990 है

    1. admin says

      वैध्य श्री दामोदर Mob–9926524852 आप इनसे संपर्क कर सकते हैं. इनके देसी उपाय बड़े ही कारगर है.

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